डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने संजय राउत को दिया करारा जवाब, कहा-बिहार पुलिस का मनोबल कम नहीं होगा, सुशांत को न्याय चाहिये
By एस पी सिन्हा | Published: August 12, 2020 06:13 PM2020-08-12T18:13:25+5:302020-08-12T18:13:25+5:30
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि सीधी सी बात है कि देश की जनता को मुंबई पुलिस पर भरोसा नहीं है तो सीबीआई से जांच से ही न्याय मिल सकता है.
पटना: फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के आत्महत्या के मामले को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत के द्वारा खोले गये मोर्चे के बाद अब बिहार में भी उनके खिलाफ आवाजें उठने लगी हैं.
एक ओर जहां सुशांत के चचेरे भाई विधायक नीरज कुमार सिंह बब्लू के द्वारा कानूनी कार्रवाई की धमकी दी गई है, वहीं, बिहार के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गुप्तेश्वर पांडेय ने आज कहा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार पुलिस पर व्यक्तिगत हमला किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस और मुख्यमंत्री पर व्यक्तिगत तौर पर हमला किया जा रहा है. बिहार पुलिस पर मामले दर्ज किए जा रहे हैं. आईपीएस अधिकारी को क्वारंटाइन किया जा रहा है. इन सब से बिहार पुलिस का मनोबल कम नहीं होगा. मैं नहीं रुकूंगा. हम सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में सिर्फ न्याय चाहते हैं.
डीजीपी ने कहा कि मुंबई पुलिस पूरे देश में क्या संदेश दे रही है? अब नागरिकों को भी उनपर भरोसा नहीं है, इसलिए सीबीआई को मामले की जांच करने दें. उन्होंने कहा है कि जिस तरह से बिहार सरकार और बिहार पुलिस पर माननीय सांसद तथ्यहीन आरोप लगा रहे हैं, उससे उनकी छवि धूमिल हो रही है.
डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि "चल पडा है कारवां तो बीच में रुकना मना है, विघ्न पथ को लांघना है, हारना रुकना मना है. डीजीपी ने कहा कि सीधी सी बात है कि देश की जनता को मुंबई पुलिस पर भरोसा नहीं है तो सीबीआई से जांच से ही न्याय मिल सकता है. उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस को पूरा देश संदेह की नजर से देख रहा है.
ऐसे में तो मुंबई पुलिस को खुद कह देना चाहिए कि इस मामले की सीबीआई जांच करे. मुंबई पुलिस जांच में सीबीआई का सहयोग कर अपने दामन पर लगे दाग को धो सकती है.उन्होंने कहा कि उनकी समझ में ही नहीं बल्कि देश के किसी भी व्यक्ति की समझ में ये बात नहीं आ रही है जांच में मुंबई पुलिस इतनी रुकावट क्यों पैदा कर रही है?
सीबीआई अफसर को क्वारेंटाइन करने की बात तक हो रही है. मुंबई जांच करने गई एसआईटी की टीम पर प्राथमिकी करने की बात पर डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि जांच करने गई टीम कोई अपराधी थे, चोरी करने गए थे या डकैती करने गए थे? बिहार पुलिस ने क्या बाधा पहुंचाई है? कोर्ट में वो लोग साबित कर पाएंगे?