कोरोना की दूसरी लहर कम होते ही घरेलू उड़ानों को सरकार ने बढ़ाया, 15 प्रतिशत अधिक हो सकेगा संचालन
By दीप्ती कुमारी | Published: July 6, 2021 08:49 AM2021-07-06T08:49:36+5:302021-07-06T09:52:05+5:30
कोरोना की दूसरी लहर लगभग खत्म होने जा रही है। ऐसे में उड्डयन मंत्रालय ने घरेलू उड़ानों की क्षमता 15 प्रतिशत बढ़ा दी है। यात्रियों की बढ़ती संख्या और मांग को देखते हुए मंत्रालय ने यह फैसला लिया ।
दिल्ली : दूसरी लहर के मामलों में कमी को देखते हुए सरकार ने घरेलू उड़ान के संचालन की सीमा 15 प्रतिशत और बढ़ा दी है । सरकार ने कोरोना मामलों की बढ़ती संख्या के कारण उड़ानों की संख्या 50 प्रतिशत रखी थी और सोमवार को इसे बढ़ाकर 65 प्रतिशत कर दिया गया ।
महामारी के दौरान उड्डयन मंत्रालय घरेलू उड़ान और क्षमता दोनों को विनियमित कर रहे हैं । कोविड के दौरान इन दोनों की स्थिति में बदलाव किया गया था । अब जब दूसरी लहर कम हो रही है और दैनिक मामलों में लगातार गिरावट आ रही है तो सरकार ने इसकी सीमा बढ़ा दी है । आपको बताते दें कि 1 जून को सरकार ने कोरोना के कारण केवल 50 प्रतिशत उड़ानों की इजाजत दी थी ।
Attention Travellers!
— MoCA_GoI (@MoCA_GoI) July 5, 2021
Considering the increasing passengers' demand for domestic air travel, the capacity of domestic civil aviation operations will be increased to 65% from 50% from the date of issue of this order & upto 31.07.2021 or until further orders. pic.twitter.com/poIrFLUBXn
दरअसल पिछले कुछ हफ्तों से कोरोना के मामलों में कमी के बाद यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ रही है । केवल 3 जुलाई को 1.6 लाख घरेलू यात्रियों ने उड़ान भरी थी । ऐसे में मंत्रायल के संयुक्त संचिव एसके मिश्रा ने कहा कि मांग को देखते हुए 65 प्रतिशत की क्षमता इस महीने तक लागू रहेगी ।
उड़ान क्षमता बढ़ाने के मामले में उडड्यन मंत्रालय ने पिछले हफ्ते एयरपोर्ट ऑपरेटरों और एयरलाइंस से इस बारे में उनकी राय मांगी थी । इसपर अधिकांश स्टेकहोल्डरर्स और एयरलाइंस ने उड़ान क्षमता बढ़ाने की मांग की थी । एक ट्वीट में मंत्री ने कहा कि घरेलू हवाई यात्रा की बढ़ती मांग को देखते हुए घरेलू नागरिक उड्डयन संचालन की क्षमता सोमवार से 31 जुलाई 2021 तक या अगले आदेश तक 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 65 प्रतिशत की जा रही है ।
एयरलाइन के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि पिछले साल महामारी ने सब कुछ खराब कर दिया और इसकी कोई संभावना नहीं है कि यह पूरी तरह से कब खत्म होगा इसीलिए अच्छा यही होगा कि हम उड़ानों को मार्केट फोर्स पर छोड़ दे । उन्होंने कहा कि महामारी के समय एयरलाइंस को इसकी इजाजत होनी चाहिए कि वह अपनी मांग के अनुसार क्षमता बढ़ा सके क्योंकि ईंधनों के दाम में भी भारी इजाफा हुआ है और एयरलाइंस स्थिति के अनुसार किराए की दर को भी बढ़ाने की जरूरत है।
एक होटल व्यवसायी ने कहा कि भारत के एक राज्य से दूसरे राज्य में यात्रा करने के लिए अलग-अलग कोरोना नियमों के कारण लोगों को भारी परेशानी होती है इसीलिए कई लोगों ने इसे परिभाषित करने को भी आवश्यक माना है और इसके लिए एक नियम होना चाहिए कि जिन लोगों ने अपनी कोरोना की दोनों डोज ले ली है उन्हें आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है । इस कदंम के कई फायदे होंगे ।