Devendra Fadnavis Oath: ‘एक हैं तो सेफ हैं’ और ‘लाडकी बहिन योजना’ ने ‘महायुति’ को बड़ी जीत दिलाने में मदद की?, देवेन्द्र फडणवीस ने शानदार जीत का दिया श्रेय
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 7, 2024 06:37 AM2024-12-07T06:37:02+5:302024-12-07T06:37:58+5:30
Devendra Fadnavis Oath: ‘महायुति’ के खिलाफ ‘‘वोट-जिहाद’’ करने की एक इस्लामी विद्वान की अपील के जवाब में ‘‘वोटों का धर्म युद्ध’’ करने के अपने आह्वान का भी बचाव किया।
Devendra Fadnavis Oath: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा है कि हाल में राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन ‘महायुति’ को मिली शानदार जीत का श्रेय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे और ‘लाडकी बहिन योजना’ जैसी योजनाओं को जाता है। फडणवीस ने टीवी चैनलों से कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव में हिंदुत्व के मुद्दे ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और जवाबी ध्रुवीकरण ने भी ‘महायुति’ को बड़ी जीत दिलाने में मदद की। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी के ‘एक हैं तो सेफ हैं’ नारे ने लोगों का ध्यान आकृष्ट किया।’’
चुनाव प्रचार के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘‘बँटेंगे तो कटेंगे’’ का नारा दिया था। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘‘एक हैं, तो सेफ हैं’’ का नारा दिया। फडणवीस ने दावा किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ भारत को अस्थिर करने वाली ताकतों की विदेशी ‘फंडिंग’ से प्रायोजित की गई थी।
उन्होंने ‘महायुति’ के खिलाफ ‘‘वोट-जिहाद’’ करने की एक इस्लामी विद्वान की अपील के जवाब में ‘‘वोटों का धर्म युद्ध’’ करने के अपने आह्वान का भी बचाव किया। फडणवीस ने कहा, ‘‘अगर कोई वोट जिहाद की बात करेगा, तो हम वोटों के धर्मयुद्ध में शामिल हो जाएंगे।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हिंदुत्व हमारे खून में है। इसे किसी ‘पोस्टर बॉय’ की जरूरत नहीं है। हिंदू भेदभाव नहीं करते।
मोदी ने विकास किया, भेदभाव नहीं किया।’’ योगी आदित्यनाथ के ‘‘बँटेंगे तो कटेंगे’’ नारे पर फडणवीस ने कहा, ‘‘यह अंग्रेजी में अच्छा लगता है।’’ बृहस्पतिवार को तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले फडणवीस ने कहा कि हिंदुत्व और विकास एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का हिंदुत्व जीवन जीने का एक तरीका है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाडी (एमवीए) का (इस्लामी विद्वान) सज्जाद नोमानी जैसे लोगों के साथ एक समझौता था, जिसमें 2012 से मुसलमानों के खिलाफ दर्ज दंगों के मामलों को वापस लेने पर सहमति हुई थी। फडणवीस ने कहा, ‘‘मतदान प्रतिशत में वृद्धि हुई, क्योंकि कांग्रेस ने हिंदुओं को दबाने की कोशिश की।
जब आप किसी को दबाने की कोशिश करते हैं, तो वे मजबूती से उठते हैं। हमारी विकास योजनाओं और हिंदुत्व ने काम किया।” मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भाजपा का हिंदुत्व जीवन जीने का एक तरीका है और यह धार्मिक रीति-रिवाजों से संबंधित नहीं है। मुसलमानों के विभिन्न धार्मिक रीति-रिवाज हैं। किसी को भी हिंदुत्व के बारे में संकीर्ण सोच नहीं रखनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने कार्यों से दिखाया है कि समावेशी हिंदुत्व क्या है। फडणवीस ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर स्पष्ट रूप से निशाना साधते हुए कहा, ‘‘जो लोग मुस्लिम वोट खोने के डर से मंदिरों में जाने से डरते थे, वे अब बार-बार मंदिरों में जा रहे हैं।’’ उन्होंने विपक्ष की चुनावी रणनीतियों की भी आलोचना की और उस पर राजनीतिक लाभ के लिए धार्मिक मंचों का लाभ उठाने का आरोप लगाया।
फडणवीस ने कहा, ‘‘वोट मांगने के लिए धार्मिक स्थलों का इस्तेमाल करना गलत है।’’ उन्होंने कहा कि विपक्ष की गठजोड़ की रणनीति उलटी पड़ गई। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘लोग इस गठजोड़ के खिलाफ जाग गए हैं, जो जीवन को कठिन बना रहा है। हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है।’’ फडणवीस ने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई ‘लाडकी बहिन योजना’ जैसी महिला केंद्रित योजनाओं पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कहा, ‘‘हम महिला-समर्थक योजनाएं लाए हैं, जो समग्र अर्थव्यवस्था को आगे ले जाएंगी।’’ फडणवीस ने कहा कि बृहस्पतिवार को पद की शपथ लेने के बाद उन्होंने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों उद्धव ठाकरे और शरद पवार सहित राज्य के कई वरिष्ठ नेताओं को फोन किया।
फडणवीस ने कहा, ‘‘उन्होंने अच्छी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने मुझे बधाई दी।’’ फडणवीस ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर संदेह जताने के लिए भी विपक्ष की आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘‘जब वे जीतते हैं तो ईवीएम के खिलाफ नहीं बोलते, लेकिन कोई चुनाव हारने के बाद वे ईवीएम के खिलाफ रोना शुरू कर देते हैं।’’