लॉकडाउन में शराब के शराब के प्रोडक्शन की अनुमति देने पर हरियाणा सरकार की आलोचना, डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने दी सफाई
By स्वाति सिंह | Published: April 14, 2020 02:43 PM2020-04-14T14:43:31+5:302020-04-14T14:54:38+5:30
आलोचनाओं का सामना करने के बाद हरियाणा सरकार ने राज्य में शराब की दुकानों को बंद करने के आदेश दे दिए, जो गुरुवार रात 12 बचे से लागू हुआ। इससे पहले दिल्ली से सटे गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत समेत पूरे हरियाणा में शराब के ठेके दो दिन से खुले थे।
नयी दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देश में नेशनल लॉकडाउन चल रहा है, लेकिन इसके बावजूद हरियाणा में शराब की दुकानें खुली हुई थी, इसको लेकर हरियाणा की बीजेपी-जेजेपी सरकार को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा। इसी बीच हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने इस पर सफाई दी है। मंगलवार को चौटाला ने कहा, 'शराब उद्योग के उत्पादन का एक बड़ा हिस्सा सैनिटाइटर बनाने में उपयोग किया जाता है। 70 लाख प्रूफ लीटर का स्टॉक, जिसे हमने 2 लाख प्रूफ लीटर की मात्रा में प्रतिदिन विभिन्न राज्यों में सैनिटाइज़र के लिए पहुंचाया था।'
उन्होंने कहा, 'इसके चलते कमी पैदा हुई इसलिए स्वास्थ्य और आत्मा उद्योग ने हमसे राज्य में शराब के फिर से उत्पादन के का अनुरोध किया। इसीलिए हमने पूरी क्षमता से शराब उद्योग को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया।'
बता दें कि आलोचनाओं का सामना करने के बाद हरियाणा सरकार ने राज्य में शराब की दुकानों को बंद करने के आदेश दे दिए, जो गुरुवार रात 12 बचे से लागू हुआ। इससे पहले दिल्ली से सटे गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत समेत पूरे हरियाणा में शराब के ठेके दो दिन से खुले थे।
This created shortage here so the health and spirit industry requested us to resume the production in the state. That is why we took the decision of restarting the alcohol industry at full capacity: Haryana Deputy Chief Minister Dushyant Chautala (2/2) https://t.co/zEAyTiIEbJ
— ANI (@ANI) April 14, 2020
वहीं, आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने कहा, 'सोच ये थी कि हफ्ते तक लोग घर में बंद रहेंगे तो शराब बंद ना की जाए। ये एक व्यावहारिक फैसला था। दुकानें खुली रखने के पीछे चिंता थी कि नियमित तौर पर शराब पीने वाले लोग तीन हफ्ते तक ठेके बंद करने के बाद जहरीले और कई बार जानलेवा नकली शराब के शिकार बन सकते हैं।'
इस बीच हरियाणा के पूर्व मंत्री और कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने स्वास्थ्य संकट के दौरान शराब की दुकानें खुली रखने के लिए भाजपा-जेजेपी शासन की आलोचना की थी। उन्होंने कहा, 'सरकार ने दवा के बजाय दारू (शराब) को बढ़ावा दे रही है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।'
वहीं कांग्रेस नेता दीपेंदर सिंह हुड्डा ने भी शराब दुकान खुली रखने पर सवाल उठाया था और कहा था, 'प्रधानमंत्री की लॉकडाउन अपील का पूर्ण पालन करने के बदले हरियाणा में बीजेपी-जेजेपी सरकार शराब के ठेकों को खोलकर जनता के स्वास्थ्य से खेल रही है।'
बता दें कि कोरोना वायरस दुनिया के साथ-साथ भारत में भी तेजी से फैल रहा है और अब तक देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 724 पहुंच गई है, जबकि इस महामारी से 17 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं हरियाणा के पांच जिलों में 30 कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं।
देश में कोरोना वायरस से संक्रमित होकर जान गंवाने वाले लोगों की संख्या मंगलवार को 339 हो गई जबकि इससे संक्रमित लोगों की कुल संख्या 10,363 है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि संक्रमितों में कम से कम 1,035 लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 8,988 लोगों का अब भी इलाज जारी है। इनमें से 72 विदेशी नागरिक हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में 3 मई तक लॉकडाउन की घोषणा की है। इसके बाद केंद्र सरकार ने बताया कि इस अवधि तक सड़क, रेल और हवाई सेवाएं स्थगित रहेंगी, लेकिन जरूरी सेवाओं की चीजें पहले की तरह ही चलती रहेंगी। इसके बाद गृह मंत्रालय ने छह पन्नों का एक दिशानिर्देश जारी किया, जिसके मुताबिक रियायती मूल्य पर सामान देने वाले, खाने पीने के सामान, किराने की दुकान, सब्जी, फल, मांस, मछली और जानवरों के खाने के दुकानें खुली रहेंगी।