बंद होगी मोबाइल की चोरी, सिम और आईएमईआई नंबर बदलने के बाद भी पकड़े जाएंगे चोर
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: July 8, 2019 07:51 AM2019-07-08T07:51:02+5:302019-07-08T07:51:02+5:30
दूरसंचार विभाग ने जुलाई, 2017 में नकली मोबाइल फोन और चोरी की घटनाओं में कमी लाने के लक्ष्य के साथ सी-डॉट को 'सेंट्रल एक्विपेमेंट आइडेंटीटी रजिस्टर' (सीईआईआर) विकसित करने का काम दिया था.
अक्सर ऐसा होता है कि आपका फोन खो या चोरी हो जाता है और आप उसकी रपट भी लिखा देते हैं, लेकिन उसका सिम कार्ड या आईएमईआई नंबर बदलने की वजह से उसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है. लेकिन अब सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलिमैटिक्स (सी-डीओटी) ने प्रौद्योगिकी तैयार कर ली है, जो चोरी या खोए हुए फोन पर सभी तरह की सेवाओं को अवरूद्ध कर देगी.
सरकार यह सेवा आने वाले अगस्त महीने में शुरुआत करने जा रही है. जिसकी मदद से सिम कार्ड या आईएमईआई नंबर बदले जाने के बावजूद खोए या चोरी के मोबाइल फोन का पता लगाया जा सकेगा.
दूरसंचार विभाग ने जुलाई, 2017 में नकली मोबाइल फोन और चोरी की घटनाओं में कमी लाने के लक्ष्य के साथ सी-डॉट को 'सेंट्रल एक्विपेमेंट आइडेंटीटी रजिस्टर' (सीईआईआर) विकसित करने का काम दिया था. इसके लिए 15 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई थी.
दूरसंचार विभाग के एक अधिकारी ने जानकारी दी, ''सी-डॉट के पास प्रौद्योगिकी तैयार है. संसद सत्र के बाद दूरसंचार विभाग मंत्री से इस प्रणाली की शुरुआत के लिए संपर्क करेगा.'' बता दें कि संसद का मौजूदा सत्र 26 जुलाई तक चलेगा.