Delhi Chalo: पंजाब व हरियाणा से बड़ी संख्या में दिल्ली कूच कर रहे किसानों के जत्थे में 1 की मौत, जानें प्रदर्शन से जुड़ी 10 अहम बातें
By अनुराग आनंद | Published: November 27, 2020 10:12 AM2020-11-27T10:12:42+5:302020-11-27T11:18:50+5:30
दिल्ली जा रहे किसानों के जत्थे में से 45 वर्षीय एक किसान की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। इसके बाद, दिल्ली के लिए कूच कर रहे किसानों का प्रदर्शन रोहतक में आज सुबह तेज हो गया है।
नई दिल्ली: देश के संविधान दिवस के मौके पर 26 नवंबर (शुक्रवार) को केन्द्र के कृषि कानूनों के विरोध में ‘दिल्ली चलो’ मार्च के तहत पंजाब से चले किसानों के दिल्ली के करीब पहुंचने के कारण आज (शुक्रवार) को दिल्ली-हरियाणा की सभी सीमाओं पर सुरक्षा बहुत ज्यादा बढ़ा दी गई है।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, दिल्ली के लिए कूच कर रहे किसानों का प्रदर्शन रोहतक में आज सुबह तेज हो गया है। दरअसल, दिल्ली जा रहे किसानों के जत्थे में से 45 वर्षीय एक किसान की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। भारतीय किसान यूनियन (BKU Dakaunda) ने आरोप लगाया कि मार्च रोकने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा सड़क पर जगह-जगह रखे गए पत्थरों व बाधाओं के कारण यह दुर्घटना हुई।
45 year old #Mansa based farmer Dhanna Singh died in a road accident near Rohtak while two others injured as farmers were marching ahead to #Delhi.Dharna at the spot is going on. #FarmersDilliChalo#FarmActs@iepunjab@IndianExpress
— raakhijagga (@raakhijagga) November 27, 2020
इस हादसे में दो अन्य किसान भी भरी ट्रॉली और ट्रैक्टर की टक्कर के बाद घायल हो गए हैं। इस घटना के बाद प्रदर्शनकारी किसान अब हरियाणा सरकार से परिजनों के लिए 20 लाख मुआवजे की मांग कर रहे हैं।
जानें किसानों के प्रदर्शन से जुड़ी अब तक की 10 खास बातें-
1. दिल्ली के लिए निकले भारी संख्या में हरियाणा व पंजाब के किसानों को लेकर दिल्ली पुलिस का कहना है कि केन्द्र के नये कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान अगर दिल्ली की सीमाओं पर पहुंच भी जाते हैं जो भी उन्हें राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
2. प्रदर्शन में शामिल पंजाब और हरियाणा के किसानों में से काफी लोग गुरुवार देर शाम तक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के बॉर्डर इलाके के पास पहुंच गए थे। पंजाब के किसानों के ‘दिल्ली चलो’ मार्च के मद्देनजर शहर पुलिस ने सिंघू सीमा पर यातायात बंद कर दिया है। शुक्रवार सुबह से ही किसानों का दिल्ली कूच करने के लिए प्रयास शुरू हो गया है।
3. किसानों का कहना है कि हम दिल्ली जाकर रहेंगे चाहे कुछ भी हो जाए। सरकार हमारी बात नहीं सुन रही है और हम दिल्ली के रामलीला मैदान में ही जाकर रुकेंगे।
4. किसानों का प्रदर्शन अब अधिक आक्रामक होता जा रहा है। शुक्रवार सुबह किसान पुलिस द्वारा सारी रोक हटाकर रोहतक पहुंच गए, यहां रोहतक-दिल्ली हाईवे पर किसान इकट्ठा होना शुरू हो गए हैं।
5. पंजाब व परियाणा के किसानों के सड़क पर उतरने के बाद अब आज यूपी के किसान भी सड़कों पर उतरेंगे। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि यूपी का किसान सड़क पर उतरेगा।
6. दिल्ली में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार की शाम से ही रोहतक व बहादुरगढ़ से दिल्ली की ओर यातायात का आगमन भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
7. किसानों से निपटने के लिए सरकार ने जवानों को पूरी मुस्तैदी के साथ खड़ा कर दिया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि सिंधू सीमा पर सबसे आगे की ओर लगाए गए अवरोधकों के साथ कांटेदार तार का बाड़ बनाया गया है ताकि प्रदर्शनकारी अवरोधक पार ना कर सकें।
8. पुलिस आयुक्त एस. एन. श्रीवास्तव सीमावर्ती क्षेत्रों में गए और उन्होंने कहा कि किसानों को किसी भी हालत में प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
9. किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने एनएच-24, चिल्ला सीमा, टिगरी सीमा, बहादुरगढ़ सीमा, फरीदाबाद सीमा, कालिंदी कुंज सीमा और सिंधू सीमा को पूरी तरह से सील कर दिया है और यहां पर भारी पुलिस बल तैनात किया है।
10. दिल्ली पुलिस आयुक्त ने कहा कि चूंकि उन्होंने (प्रदर्शन कर रहे किसानों ने) राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर दिया है, कुछ दिक्कतें तो होंगी। लेकिन, हम उसका जल्दी समाधान निकालने का प्रयास करेंगे... राष्ट्रीय राजधानी की तरफ आने की जगह उन्हें (किसानों को) वापस जाना चाहिए और नियमों का उल्लंघन नहीं करना चाहिए।