दिल्ली हिंसा पर सुप्रीम कोर्ट में कल सुनवाई, भीम आर्मी प्रमुख की तरफ से महमूद प्राचा ने दायर की याचिका
By भाषा | Published: February 25, 2020 12:39 PM2020-02-25T12:39:26+5:302020-02-25T12:39:26+5:30
उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर भड़की हिंसा में एक हेड कांस्टेबल समेत सात लोगों की मौत हो गई और अर्द्धसैन्य एवं दिल्ली पुलिस बल के कई कर्मियों समेत कम से कम 105 लोग घायल हो गए।
उच्चतम न्यायालय दिल्ली में सीएए को लेकर हाल ही में हुई हिंसा के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराने की मांग करने वाली पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त (सीआईसी) वजाहत हबीबुल्ला और अन्य की याचिका पर सुनवाई करने पर मंगलवार को तैयार हो गया। न्यायमूर्ति एस. के. कौल और न्यायमूर्ति के. एम. जोसफ की एक पीठ के समक्ष याचिका को तत्काल सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया गया था। पीठ बुधवार को इस पर सुनवाई करने को तैयार हो गया।
हबीबुल्ला, भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद और सामाजिक कार्यकर्ता बहादूर अब्बास नकवी ने यह याचिका दायर की है। इसमें सीएए को लेकर शाहीन बाग और राष्ट्रीय राजधानी के अन्य हिस्सों में जारी धरनों में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश देने की मांग भी की गई है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर सोमवार को भड़की हिंसा में एक हेड कांस्टेबल समेत सात लोगों की मौत हो गई और अर्द्धसैन्य एवं दिल्ली पुलिस बल के कई कर्मियों समेत कम से कम 105 लोग घायल हो गए।
दिल्ली के जाफराबाद और मौजपुर में सोमवार को सीएए का समर्थन करने वाले और विरोध करने वाले समूहों के बीच संघर्ष हो गया और प्रदर्शनकारियों ने कई घरों, दुकानों तथा वाहनों में आग लगा दी और एक-दूसरे पर पथराव किया। हिंसा में दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल की मृत्यु हो गयी और एक पुलिस उपायुक्त घायल हो गये। राजधानी के चांदबाग और भजनपुरा में भी संघर्ष होने की खबरें है।