दिल्ली हिंसाः कांग्रेस हाई कमान आज अपनी कार्यकारी समिति की बैठक में उठा सकता है ये मुद्दा, 13 लोगों की हो चुकी मौत
By रामदीप मिश्रा | Published: February 26, 2020 08:15 AM2020-02-26T08:15:30+5:302020-02-26T08:15:30+5:30
राष्ट्रीय राजधानी के उत्तरपूर्वी इलाके में तनाव के दूसरे दिन यानि मंगलवार को हिंसा चांदबाग और भजनपुरा सहित कई क्षेत्रों में फैल गई थी। इस दौरान पथराव किया गया, दुकानों को आग लगायी गई। दंगाइयों ने गोकलपुरी में दो दमकल वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था।
उत्तरपूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा में मृतकों संख्या बढ़कर 13 हो गई है, जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हैं। इन सभी का अस्पतालों में उपचार किया जा रहा है। इस बीच आज कांग्रेस का आलाकमान कार्यकारी समिति की बैठक करने जा रहा है। बैठक में पार्टी दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर चर्चा कर सकती है।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य शीर्ष नेता पार्टी मुख्यालय में मिलेंगे और संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को लेकर पार्टी की रणनीति पर विचार करेंगे। पार्टी की उच्चस्तरीय समिति इस मुद्दे पर विचार के बाद एक प्रस्ताव लेकर आ सकती है। कांग्रेस सीएए के खिलाफ है और उसने सरकार से इसे ठंडे बस्ते में डालने और वापस लेने के लिए कहा है क्योंकि इससे भारत के एक बड़े वर्ग खास तौर पर मुस्लिम समुदाय के भीतर चिंता पैदा हो रही है।
दरअसल, राष्ट्रीय राजधानी के उत्तरपूर्वी इलाके में तनाव के दूसरे दिन यानि मंगलवार को हिंसा चांदबाग और भजनपुरा सहित कई क्षेत्रों में फैल गई थी। इस दौरान पथराव किया गया, दुकानों को आग लगायी गई। दंगाइयों ने गोकलपुरी में दो दमकल वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था।
भीड़ भड़काऊ नारे लगा रही थी और मौजपुर और अन्य स्थानों पर अपने रास्ते में आने वाले फल की गाड़ियों, रिक्शा और अन्य चीजों को आग लगा दी। पुलिस ने दंगाइयों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इन दंगाइयों ने अपने हाथों में हथियार, पत्थर, रॉड और तलवारें भी ली हुई थीं। कई ने हेलमेट पहन रखे थे।
पुलिस को अर्धसैनिक कर्मी सहयोग कर रहे थे। सड़कों पर क्षतिग्रस्त वाहन, ईंट और जले हुए टायर पड़े थे जो सोमवार को हुई हिंसा की गवाही दे रहे थे जिसमें 48 पुलिसकर्मियों सहित लगभग 200 लोग घायल हो गए थे। जीटीबी अस्पताल के अनुसार मंगलवार को मृतक संख्या 13 हो गई।
हिंसा जारी रहने के बीच पुलिस अधिकारियों ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और भजनपुरा, खजूरी खास और अन्य स्थानों पर फ्लैग मार्च किए गए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्थिति को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, दिल्ली पुलिस प्रमुख अमूल्य पटनायक और अन्य के साथ बैठक की। बैठक में यह तय हुआ कि राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं को शांति बहाली के लिए हाथ मिलाना चाहिए और सभी क्षेत्रों में शांति कमेटियों को फिर से सक्रिय किया जाना चाहिए।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)