कोई हेड कॉन्स्टेबल तो कोई इंजीनियर, जानें दिल्ली हिंसा में मारे गए 9 लोग कौन थे?
By पल्लवी कुमारी | Published: February 25, 2020 06:04 PM2020-02-25T18:04:35+5:302020-02-25T18:04:35+5:30
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 9 लोगों की मौत हुई है। 105 से ज्यादा लोग घायल हैं। जिसमें 50 के करीब पुलिसवाले भी घायल हुए हैं।
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर दिल्ली के कई इलाकों में 24 फरवरी और आज (25 फरवरी) को हिंसा हुई। उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, चांद बाग, भजनपुरा इलाकों में सीएए को लेकर 24 फरवरी को पत्थरबाजी की गई।
दिल्ली हिंसा में अबतक पुलिस के मुताबिक 6 लोगों की मौत हो गई है। जिसमेंस से पांच मृतकों में से पांच की पहचान हो चुकी है, जबकि दो की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। जिन लोगों की पहचान हुई है, उनमें शाहिद अल्वी, मोहम्मद फुरकान, नाजिम, राहुल सोलंकी के साथ ही हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल शामिल हैं। 3 लोगों की पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस ने बताया कि इनकी अभी तक पहचान नहीं हो पाई है।
1. हेड कांस्टेबल रतन लाल42 वर्षीय हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की सिर पर पत्थर से चोट लगने से मौत हुई है। 1998 में वह दिल्ली पुलिस में शामिल हुए थे। वह गोकुलपुरी में एसीपी ऑफिस में कार्यरत थे। उनके परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं। रतन लाल मूल रूप से राजस्थान के सीकर के रहने वाले थे। दिल्ली के वह बुराड़ी में रहते थे।
2. मोहम्मद फुरकान32 वर्षीय मोहम्मद फुरकान एक कार्ड डिजाइनर थे। वह कर्दमपुरी के रहने वाले थे। उनके बाएं पैर में गोली लगी थी। ज्यादा खून बहने की वजह से मौत हुई थी।
3. शाहिद अल्वी25 वर्षीय शाहिद अल्वी ऑटो चालक था। गोली लगने से उसकी मौत हई है। शाहिद अल्वी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के डिबाई क्षेत्र के रहने वाले हैं। बीबीसी के मुताबिक शाहिद की शादी दो महीने पहले ही हुई थी। वह दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में किराए पर रहता था। मुस्तफाबाद में शाहिद के पेट में गोली लगी थी।
4. राहुल सोलंकी25 वर्षीय राहुल सोलंकी करावल नगर में रहता था। उनके परिवार वालों का दावा है कि दंगाइयों ने हेलमेट पहनकर सीने पर गोली मारी थी।
5विनोद कुमार- घोंडा निवासी विनोद कुमार (45) के रूप में हुई है जिसे जग प्रवेश चन्द्र अस्पताल मृत लाया गया था।
6. नाजिम नाजिम के बारे में पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी है।