CM अरविंद केजरीवाल ने सिग्रनेचर ब्रिज का किया उद्घाटन, हंगामे के बाद मनोज तिवारी भी थे मौजूद
By धीरज पाल | Published: November 4, 2018 05:31 PM2018-11-04T17:31:13+5:302018-11-04T17:31:13+5:30
बता दें कि उद्घाटन से पहले ही यहां भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हंगामा हुआ।
दिल्ली के वजीराबाद में यमुना नदी पर बने बहुप्रतीक्षित सिंग्नेचर ब्रिज का उद्घाटन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कर दिया है। बता दें कि उद्घाटन से पहले ही यहां भारतीय जनता पार्टी और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर हंगामा हुआ। हंगामा तब हुआ जब दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी उद्घाटन समारोह में शरीक होने पहुंचे। इस दौरान मनोज तिवारी और आप के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प हुई। बताया जा रहा था कि इस कार्यक्रम में मनोज तिवारी को न्योता नहीं दिया गया था। हालांकि उद्घाटन करने आए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उन्हें 3 नवंबर को पब्लिकली रूप से आमंत्रित किया गया था।
उद्घाटन के बाद अरविंद केजरीवाल ने लोगों को संबोधित किया। उधर उद्घाटन के पहले मनोज तिवारी और आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद भी मनोज तिवारी कार्यक्रम में मौजूद थे।
सिग्नेचर ब्रिज की ऊंचाई दिल्ली के मशहूर कुतूब मीनार की ऊंचाई को दोगुनी है। सिग्नेचर ब्रिज के मुख्य पिलर की ऊंचाई 154 मीटर है। ब्रिज पर 19 स्टे केबल्स हैं, जिन पर ब्रिज का 350 मीटर भाग बगैर किसी पिलर के रोका गया है। पिलर के ऊपरी भाग में चारों तरफ शीशे लगाए गए हैं। इसके खुलने पर उत्तर-पूर्वी दिल्ली के लोगों का 45 मिनट का सफर 10 मिनट में पूरा हो सकेगा। अभी मजनू के टीले से भजनपुरा चौक तक का सफर तय करने में लोगों को जाम का सामना करना पड़ता है।
सिग्रनेचर पुल के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे मनोज तिवारी ने कहा कि मैं यहां का सांसद हूं और मुझे उद्घाटन समारोह में आमंत्रित किया गया था। तो इसमें क्या समस्या है? पुलिस ने मुझे क्यों घेर लिया, क्या मैं क्रिमिनल हूँ? मैं तो उनका (अरविंद केजरीवाल) का स्वागत करने के लिए यहां आया हूं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि आप के कार्यकर्ता और पुलिस ने मेरे साथ दुर्व्यवहार किया है।
वहीं बताया जा रहा है कि इस ब्रिज के खुलने से दिल्लीवासी इसके ऊपर से शहर के विस्तृत मनोरम दृश्य का आनंद भी ले सकेंगे। इसमें चार लिफ्ट लगायी गयी हैं जिनकी कुल क्षमता 50 लोगों को ले जाने की है।
अधिकारी ने बताया कि लिफ्ट का आगामी दो महीने में परिचालन शुरू हो जायेगा। उन्होंने बताया कि यह ब्रिज 154 मीटर ऊंचे ग्लास बॉक्स के साथ पर्यटक स्थल के रूप में कार्य करेगा जो पर्यटकों को शहर का ‘बर्ड्स-आई व्यू’ प्रदान करेगा।
सिसोदिया ने निरीक्षण के दौरान संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा था कि यह ब्रिज एक पर्यटक स्थल होगा। सिग्नेचर ब्रिज का प्रस्ताव 2004 में प्रस्तुत किया गया था जिसे 2007 में दिल्ली मंत्रिपरिषद की मंजूरी मिली थी। शुरूआत में अक्टूबर 2010 में दिल्ली में आयोजित होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के पहले 1131 करोड़ रूपये की संशोधित लागत में पूर्ण होना था।