दिल्ली में सुरक्षा कितनी चाक-चौबंद? 30 जगहों पर लगाए गए थे नकली IED, केवल 12 का पता लगाया जा सका
By विनीत कुमार | Published: July 14, 2022 11:38 AM2022-07-14T11:38:36+5:302022-07-14T12:07:07+5:30
दिल्ली में सुरक्षा की स्थिति का पता लगाने के लिए स्पेशल सेल ने हाल में विभिन्न जगहों पर 30 डमी आईईडी लगाए थे। हालांकि केवल 12 के बारे में ही पुलिस, पब्लिक या प्राइवेट सुरक्षा गार्ड पता लगा सके।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में पुलिस विभाग की तैयारियों का जायजा लेने के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 30 डमी इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) पिछले महीने के दौरान लगाए थे। इसमें से केवल 12 के बारे में ही लोगों, निजी सुरक्षा गार्ड और स्थानीय पुलिस द्वारा पता लगाया जा सका। ये सभी आईईडी दिल्ली में उन स्थानों पर लगाए गए थे जहां भीड़-भाड़ काफी होती है।
दरअसल, निलंबित भाजपा नेता नुपूर शर्मा द्वारा पैगंबर पर विवादित बयान के बाद अल-कायदा की ओर से हाल में दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश और गुजरात में आत्मघाती हमले कराने की धमकी के बाद डमी IED के जरिए सुरक्षा व्यवस्था का पता लगाना का फैसला किया गया था।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में एक अपराध समीक्षा बैठक में विशेष पुलिस आयुक्त (स्पेशल सेल) हरगोबिंदर सिंह धालीवाल ने पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना के सामने इस तरह के नकली आईडी लगाकर अभ्यास की आवश्यकता के बारे में एक प्रेजेंटेशन दी थी।
12 जून को पहली बार 15 जगहों पर लगाए गए थे डमी आईईडी
एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने बताया, '15 डमी आईईडी का पहला बैच 12 जून को दिल्ली के विभिन्न जिलों में लगाया गया था, और उनमें से 10 का पता चला था। 10 में से दो का पता आम लोगों ने दक्षिणपूर्व और उत्तरी जिलों में लगाया। तीन का पता दक्षिण, रोहिणी और बाहरी जिलों में मॉल के सुरक्षा गार्डों द्वारा, और पांच का पता उत्तर, पूर्वोत्तर, पूर्वी, उत्तर-पश्चिम और बाहरी उत्तरी जिलों में स्थानीय पुलिस द्वारा लगाया गया।
रिपोर्ट के अनुसार धालीवाल ने पुलिस प्रमुख को यह भी बताया कि 28 जून को फिर से सभी जिलों में 15 डमी आईईडी लगाए गए थे, लेकिन इस बार 13 का पता नहीं चल सका। इसमें से जिन दो का पता चला था उन्हें उत्तरी सीमा में लगाया गया था। एक अधिकारी ने कहा, 'स्पेशल द्वारा खुले तौर पर आईईडी लगाए गए थे - एक फूलदान में, एक मॉल में कूड़ेदान के पास, पालिका बाजार के गेट के बाहर।'
प्रेजेंटेशन के बाद अस्थाना ने धालीवाल को पुलिस की सतर्कता की जांच करने और उसे सुनिश्चित करने के लिए आईजीआई हवाई अड्डे, रेलवे और मेट्रो स्टेशनों पर इसी तरह का अभियान चलाने के लिए कहा है। पहले स्पेशल सेल ने महीने में दो बार इस तरह का अभियान चलाने का फैसला किया था, लेकिन अब वे इसे हर महीने एक बार आयोजित करने की योजना बना रहे हैं।