दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके में गिरी चार मंजिला इमारत, कई के दबे होने की आशंका, बचाव कार्य जारी
By विनीत कुमार | Published: September 13, 2021 12:59 PM2021-09-13T12:59:31+5:302021-09-13T13:53:43+5:30
उत्तरी दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके में इमारत गिरने की जानकारी फोन द्वारा दमकल विभाग को सोमवार दोपहर करीब 12 बजे दी गई। कुछ चश्मदीदों के अनुसार कई लोग मलबे में दबे हो सकते हैं।
नई दिल्ली: उत्तरी दिल्ली के सब्जी मंडी इलाके में 4 मंजिला एक इमारत के गिरने की घटना सामने आई है। घटना के तत्काल बाद बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। घटना सोमवार दोपहर घटी। एक शख्स को फिलहाल निकाला गया है और अस्पताल पहुंचाया गया है। इस मामले में और जानकारी का इंतजार है।
फिलहाल मिली जानकारी के अनुसार दोपहर करीब 12 बजे इमारत गिरने की जानकारी फोन द्वारा दमकल विभाग को दी गई। इसके बाद तत्काल पुलिस की टीम सहित दमकल कर्मचारी भी गाड़ियों के साथ पहुंचे और बचाव अभियान शुरू कर दिया गया।
A four-storey building collapsed in the Sabzi Mandi area. One person has been rescued and taken to the hospital. More details awaited: Delhi Police
— ANI (@ANI) September 13, 2021
कुछ चश्मदीदों के अनुसार कई लोग मलबे में दबे हो सकते हैं। मलबे में कुछ गाड़ियों के भी दबे होने की बात सामने आई है। यह इमारत मालका गंज के नजदीक है। ये जानकारी भी सामने आई है कि जो इमारत गिरी है उसके ग्राउंड फ्लोर पर एक दूध की दुकान थी और इसमें कुछ कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था।
इस बीच दिल्ली के सेंट्रल रेंज के ज्वाइंट सीपी एनएस बुंदेला ने बताया है कि एमसीडी, एनडीआरएफ और अन्य बचाव कार्य में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि मलबे में कितने लोग दबे हैं, इस बारे में सटीक स्थिति जानने के लिए थोड़ा समय चाहिए। बुंदेला ने कहा कि एक शख्स को निकाला गया है, उसके सिर में चोट थी और उसे अस्पताल पहुंचाया गया है।
बताया जा रहा है कि इमारत के पहले और दूसरे फ्लोर पर कुछ परिवार भी रह रहे थे। बता दें कि हाल में राजधानी दिल्ली में भारी बारिश देखने को मिली है। दिल्ली के कई इलाकों में पानी भरा हुआ है।
इससे पहले दिल्ली के नरेला इलाके में शनिवार को एक पुरानी इमारत गिर गई। उत्तर दिल्ली नगर निगम ने इसे खतरनाक ढांचा घोषित किया था। वैसे घटना में कोई भी जख्मी नहीं हुआ। ये इमारत नरेला जोन के बेगमपुरा इलाके में थी। इमारत को पहले ही खाली करा लिया गया था क्योंकि इसे खतरनाक ढांचा घोषित किया गया था।