जानिए कौन हैं मेजर श्वेता पांडे, तिरंगा फहराने में प्रधानमंत्री मोदी की मदद की
By सतीश कुमार सिंह | Published: August 15, 2020 05:35 PM2020-08-15T17:35:57+5:302020-08-15T18:54:32+5:30
पीएम ने कहा कि आज जो हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं, उसके पीछे मां भारती के लाखों बेटे-बेटियों का त्याग, बलिदान और मां भारती को आज़ाद कराने के लिए समर्पण है। आज ऐसे सभी स्वतंत्रता सेनानियों का, आज़ादी के वीरों का, वीर शहीदों का नमन करने का ये पर्व है।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पीएम मोदी ने लाल किले के प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। राष्ट्रीय ध्वज फहराने में लखनऊ की मेजर श्वेता पांडे ने पीएम की मदद की।
पीएम ने कहा कि आज जो हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं, उसके पीछे मां भारती के लाखों बेटे-बेटियों का त्याग, बलिदान और मां भारती को आज़ाद कराने के लिए समर्पण है। आज ऐसे सभी स्वतंत्रता सेनानियों का, आज़ादी के वीरों का, वीर शहीदों का नमन करने का ये पर्व है।
स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हर साल प्रधानमंत्री के साथ झंडा फहराते समय फ्लैग ऑफिसर मौजूद रहते हैं। इस बार यह जिम्मेदारी भारतीय सेना की एक महिला अधिकारी मेजर श्वेता पांडे को मिली, जिन्होंने पीएम नरेंद्र मोदीको तिरंगा फहराने में मदद की।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन में महिला सशक्तीकरण और उनकी उपलब्धियों की चर्चा की
सेना की महिला अधिकारी मेजर श्वेता पांडेय ने लालकिले की प्राचीर पर शनिवार को 74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मदद की। प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन में महिला सशक्तीकरण और उनकी उपलब्धियों की चर्चा की।
ऐसे में राष्ट्रीय ध्वज फहराने में किसी महिला अधिकारी का मदद करना काफी मायने रखता है। मोदी ने कहा कि महिलाएं जहां कोयला खदानों में कठिन परिश्रम कर रही हैं, वहीं भारत की बेटियां विमान भी उड़ा रही हैं और आसमान को छू रही हैं। लखनऊ निवासी मेजर पांडेय चेन्नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से मार्च 2012 में थलसेना में शामिल हुई थीं। अधिकारियों ने बताया कि वह लखनऊ के सिटी मांटेसरी स्कूल की पूर्व छात्रा हैं और उन्होंने कंप्यूटर विज्ञान में बी.टेक की डिग्री ली है।
उन्होंने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। ट्रेनिंग एकेडमी में उन्होंने गढ़वाल राइफल्स पदक जीता। वह स्कूल और कॉलेज के दिनों में विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में 75 से अधिक पदक तथा 250 से अधिक प्रमाणपत्र प्राप्त कर चुकी हैं। मेजर पांडेय के पिता राज रतन पांडेय उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त विभाग में अतिरिक्त निदेशक रह चुके हैं तथा उनकी मां अमिता पांडेय संस्कृत और हिन्दी की प्रोफेसर हैं।
पांडे को मार्च 2012 में चेन्नई के ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में कमीशन मिला
मेजर श्वेता पांडे को मार्च 2012 में चेन्नई के ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में कमीशन मिला। उनके पिता राज रतन पांडे यूपी सरकार के वित्त विभाग में एडिशनल डायरेक्टर रह चुके हैं। मां अमिता पांडे संस्कृत और हिंदी की प्रोफेसर हैं। बता दें कि मेजर पांडे से पहले भी कई महिला और पुरुष अधिकारी झंडा फहराए जाने के दौरान प्रधानमंत्री का सहयोग करने की इस भूमिका को निभाते आए हैं।
आज़ादी का पर्व हमारे लिए आज़ादी के वीरों को याद करके नए संकल्पों की ऊर्जा का एक अवसर होता है। ये हमारे लिए नई उमंग, उत्साह और प्रेरणा लेकर आता है। अगला आज़ादी का पर्व जब हम मनाएंगे, तब हम 75 वें वर्ष में प्रवेश करेंगे। तो ये हमारे लिए बहुत बड़ा अवसर है। गुलामी के इतने लंबे कालखंड में कोई भी पल ऐसा नहीं था कि आज़ादी की इच्छा को लेकर के किसी ने प्रयास, जंग, त्याग न किया हो।
कोरोना महामारी के बीच 130 करोड़ देशवासियों ने आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लिया
एक प्रकार से जवानी जेलों में खपा दी। ऐसे वीरों को हम नमन करते हैं। कोरोना महामारी के बीच 130 करोड़ देशवासियों ने आत्मनिर्भर बनने का संकल्प लिया। आत्मनिर्भर भारत देशवासियों के मन-मस्तिष्क में छाया है। ये आज सिर्फ शब्द नहीं रहा, बल्कि 130 करोड़ देशवासियों के लिए मंत्र बन गया है।देश के जो 40 करोड़ जनधन खाते खुले हैं, उसमें से लगभग 22 करोड़ खाते महिलाओं के ही हैं।
कोरोना के समय में अप्रैल-मई-जून, इन तीन महीनों में महिलाओं के खातों में करीब-करीब 30 हज़ार करोड़ रुपए सीधे ट्रांसफर किए गए हैं। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। जय हिंद!’’
Delhi: Prime Minister Narendra Modi unfurls the National Flag at the ramparts of the Red Fort on #IndependenceDay today.
— ANI (@ANI) August 15, 2020
The PM is being assisted by Major Shweta Pandey in unfurling the National Flag. pic.twitter.com/RPHNqMZxZS
प्रधानमंत्री शनिवार को लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लगातार सातवीं बार देश को संबोधित करेंगे। कोविड-19 महामारी के साये में लाल किले पर आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए चार हजार से अधिक लोगों को आमंत्रित किया गया है जिनमें अधिकारी, राजनयिक और मीडियाकर्मी शामिल हैं। इसके मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए है।
पांडे ने मेरिट के साथ फर्स्ट डिवीजन में कंप्यूटर साइंस में बी.टेक की पढ़ाई की
श्वेता पांडे ने मेरिट के साथ फर्स्ट डिवीजन में कंप्यूटर साइंस में बी.टेक की पढ़ाई की है। उन्होंने स्कूल और कॉलेज के समय में भाषण, डिबेट और बिना तैयारी की बहसों में नेशनल और इंटरनेटशनल लेवल पर 75 मेडल और 250 सर्टिफिकेट अपने नाम किए हैं। श्वेता पांडे लखनऊ के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल से पढ़ाई की है, जो दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल है।
यही नहीं, चेन्नई के ऑफिसर्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में उन्होंने टैक्टिस ट्रेनिंग में टॉप करते हुए गढ़वाल राइफल्स मेडल भी जीता है।मेजर श्वेता पांडे भारतीय सेना की 505 बेस वर्कशॉप में ईएमई (इलेक्ट्रॉनिक और मैकेनिकल इंजीनियर) अधिकारी हैं। वे इस साल जून में मास्को में हुई विजय दिवस परेड में एक भारतीय सैन्य टुकड़ी का हिस्सा भी थीं।
भारत कोरोना काल के बीच 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हर साल की तरह लाल किले से झंडा फहराएंगे और देश को संबोधित भी करेंगे। हर साल प्रधानमंत्री के साथ झंडा फहराते समय फ्लैग ऑफीसर मौजूद रहते हैं। इस बार यह जिम्मेदारी भारतीय सेना की एक महिला अधिकारी को मिली है। आइए जानते हैं कौन हैं वो मेजर श्वेता पांडे जो झंडा फहराते समय सहयोग के लिए पीएम मोदी के साथ मौजूद होंगी।
Major Shweta Pandey will assist PM Narendra Modi in unfurling the national flag during the 74th Independence Day celebration tomorrow. She was part of an Indian military contingent at the Victory Day Parade in Moscow in June this year: Indian Army officials pic.twitter.com/vhUZYQkIne
— ANI (@ANI) August 14, 2020