शीला दीक्षित ने कहा, राहुल गांधी और कार्यकर्ताओं को चुनावों में लगे झटके से दिल छोटा करने की जरूरत नहीं
By भाषा | Published: May 28, 2019 08:11 PM2019-05-28T20:11:19+5:302019-05-28T20:11:19+5:30
शीला ने एक बयान में कहा, ‘‘इंदिरा गांधी के करिश्माई नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने 1977 के लोकसभा चुनावों में लगे झटके के बाद मुकाबला किया और ढाई साल बाद ही सत्ता में वापसी कर ली। इसके बाद पार्टी कई साल तक सत्ता में रही।’’
कांग्रेस की दिल्ली इकाई की अध्यक्ष शीला दीक्षित ने मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी से अपील की कि वह पद छोड़ने का अपना फैसला वापस लें।
उन्होंने कहा कि पार्टी ने पहले भी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से पार पाकर दमदार वापसी की है। लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था और वह अपने इस फैसले पर डटे हुए हैं। इससे कांग्रेस में संकट गहरा गया है।
Delhi Pradesh Congress Committee has released a statement appealing to Congress President Rahul Gandhi to take back his resignation. pic.twitter.com/4CISFmVcpT
— ANI (@ANI) May 28, 2019
पार्टी को लोकसभा चुनावों में महज 52 सीटों पर जीत हासिल हुई और मध्य प्रदेश, राजस्थान एवं कर्नाटक में उसकी सरकारों पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं। शीला ने एक बयान में कहा, ‘‘इंदिरा गांधी के करिश्माई नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने 1977 के लोकसभा चुनावों में लगे झटके के बाद मुकाबला किया और ढाई साल बाद ही सत्ता में वापसी कर ली। इसके बाद पार्टी कई साल तक सत्ता में रही।’’
उन्होंने कहा कि इस चुनौतीपूर्ण समय में दिल्ली कांग्रेस पूरी तरह राहुल गांधी के साथ खड़ी है। शीला ने राहुल से कांग्रेस अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला वापस लेने की अपील करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष और पार्टी के कार्यकर्ताओं को लोकसभा चुनावों में लगे झटके से दिल छोटा करने की जरूरत नहीं है।’’
पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के नेतृत्व में दिल्ली में लोकसभा चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस को राष्ट्रीय राजधानी की सात सीटों में से एक भी सीट नहीं मिली। हालांकि, इन सात सीटों पर भाजपा पहले, कांग्रेस दूसरे और आम आदमी पार्टी तीसरे नंबर पर रही। उत्तर-पूर्वी दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार शीला खुद भी भाजपा के उम्मीदवार मनोज तिवारी के हाथों 3.66 लाख से अधिक वोटों से हार गईं।