दिल्ली में क्वारंटाइन फैसिलिटी परिसर में पेशाब से भरी बोतलें फेंकी, पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की FIR
By रामदीप मिश्रा | Published: April 8, 2020 09:46 AM2020-04-08T09:46:57+5:302020-04-08T09:50:21+5:30
दिल्ली कोरोना वायरसः बोतलों में पेशाब भरने के मामले में दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (DUSIB) के सिविल डिफेंस कर्मियों की शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है।
कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में हंगामा बरपा हुआ है। इस बीच क्वारंटाइन में रखे गए लोगों की अजीबो-गरीब हरकतें सामने आ रही है। ताजा मामला राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का है, जहां क्वारंटाइन फैसलिटी में कुछ लोगों ने दो बोतलों में पेशाब भरकर फेंकी। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली पुलिस ने बताया है कि द्वारका नॉर्थ पुलिस स्टेशन क्षेत्र में आने वाली एक क्वारंटाइन फैसलिटी में पेशाब से भरी दो बोतलों की बरामदगी को लेकर अज्ञात लोगों के खिलाफ IPC की धारा 269 और 270 के तहत एक एफआईआर दर्ज की गई है।
दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (DUSIB) के सिविल डिफेंस कर्मियों, जिनकी शिकायत के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है उसमें कहा गया है कि कुछ लोगों ने क्वारंटाइन फैसिलिटी परिसर में पेशाब से भरी बोतलें फेंकी थीं। बता दें, कई जगह क्वारंटाइन सेंटरों पर लोगों द्वारा अजीबो-गरीब हरकतें की गई हैं।
दिल्ली में मंगलवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 25 नए मामले सामने आने के बाद इससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 550 हो गई, जबकि दो लोगों की मौत के साथ ही मृतकों की तादाद नौ तक पहुंच गई। इनमें से 331 मामले पिछले महीने यहां निजामुद्दीन इलाके में हुई तबलीगी जमात के धार्मिक कार्यक्रम से संबंधित हैं। 20 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है।
The complaint by civil defence personnel of Delhi Urban Shelter Improvement Board (DUSIB), on the basis of which the FIR has been registered, states that some people had thrown bottles filled with urine in the premises of the quarantine facility. https://t.co/7cgGeTgt20
— ANI (@ANI) April 8, 2020
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए पांच सूत्री कार्य योजना की घोषणा की और कहा कि शहर के अति प्रभावित क्षेत्रों में बिना किसी क्रम के, एक लाख लोगों को चुनकर उनकी जांच की जाएगी।