दिल्ली-एनसीआरः मौसम का मिजाज बदला, तेज बारिश, तापमान में गिरावट, देखें
By शैलेन्द्र पाण्डेय | Published: December 2, 2021 08:23 PM2021-12-02T20:23:37+5:302021-12-02T20:25:15+5:30
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को बताया था कि देश में नवंबर महीने में 645 बार भारी बारिश हुई और 168 बार बहुत भारी बारिश हुई, जो पिछले पांच वर्षों में इस महीने में सर्वाधिक है।
नई दिल्लीः दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार को दोपहर में अचानक बारिश शुरू हो गई। नोएडा, दिल्ली और गाजियाबाद के कुछ इलाकों में शुरू हुई हल्की बूंदाबांदी ने तेज बारिश का रूप ले लिया। अचानक ही तापमान में गिरावट दर्ज की गई। अब बारिश के साथ ही ठंड और गलन बढ़ गई।
गुरुवार को भी हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में रही। रात भर घने बादल छाए रहने के कारण सुबह का तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 13.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली और आसपास के हिस्सों में हल्की तीव्रता की बारिश की भविष्यवाणी की थी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को बताया था कि देश में नवंबर महीने में 645 बार भारी बारिश हुई और 168 बार बहुत भारी बारिश हुई, जो पिछले पांच वर्षों में इस महीने में सर्वाधिक है। इस महीने में 11 बार अत्यधिक भारी बारिश (204.4 मिमी से अधिक) हुई, जो पिछले साल के आंकड़े के बराबर है।
देश में 2019, 2018 और 2017 में क्रमश: शून्य, चार और एक बार अत्यधिक भारी बारिश हुई। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार देश में नवंबर महीने में 645 बार भारी बारिश (64.5 मिमी से 115.5 मिमी) और 168 बार भारी बारिश (115.6 मिमी से 204.5 मिमी) बारिश हुई, जो पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक है।
साइकिल और छाताः बिन मौसम बारिश के बाद साइकिल सवार शख्स अपने को बचाता हुआ। राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता नवंबर में 'बहुत खराब' या 'गंभीर' श्रेणी में रही। घर जाने की जल्दबाजी। साइकिल सवार अपने आप को छाता से बचाव करता हुआ।
जल्दी करो बहनाः जल्दी करो घर भी जाना है। पता नहीं आज ही बारिश होनी थी। दो महिला आपस में गुफ्तगू करते हुए। बारिश में भीग गए तो सर्दी और बुखार होने की संभावना है। फटाफट घर पहुंचते हैं।
मुझे भी बचना हैः बारिश से हर किसी को डर लगता है। चाहे इंसान हो या जानवर। बारिश के बाद ओयो रूम्स में शरण लेते हुए। मैंने तो अपना बदोबस्त कर लिया। आप अपना देख लो!
हमसफरः इसे कहते हैं साथ-साथ। कुछ भी हो जाए आपको भीगने नहीं देंगे। ठेले पर खिंचता शख्स। बारिश से बचने की कोशिश। औरत ने छतरी का सहारा लिया।
बारिश में भीगना पड़ेगाः आज कुछ भी हो जाए बारिश में मैं भीग जाऊंगी। ऑफिस से घर जाने की जल्दबाजी। कोई ऑटो भी नहीं आ रहा। लिफ्ट का सहारा नहीं।
बहन मेरी छतरी में आ जाओः बारिश के बाद एक-दूसरे को सहारा। तेज बारिश के बीच सड़क पार करती दो महिला। एक छाता ही सहारा है।
मौसम विभाग ने बताया कि नवंबर में सामान्य बारिश 30.5 मिमी की तुलना में 56.5 मिमी बारिश हुई, यानी 85.4 प्रतिशत ज्यादा बारिश हुई। प्रायद्वीपीय भारत में 160 प्रतिशत ज्यादा बारिश (232.7 मिमी) हुई।