दिल्ली: हिंसाग्रस्त इलाकों में पहुंचे NSA अजित डोभाल, तो लोगों ने कहा- सर, आप आए तो हिम्मत आ गई, देखें वीडियो
By अनुराग आनंद | Published: February 26, 2020 05:45 PM2020-02-26T17:45:24+5:302020-02-26T17:45:24+5:30
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और उत्तर पूर्वी दिल्ली में हालात पर उनके साथ चर्चा की । उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा में 22 लोगों की मौत हो चुकी है।
दिल्ली के हिंसाग्रस्त क्षेत्र में लोगों से मिलने खुद राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल बुधवार को गए। इस दौरान उन्होंने लोगों से मिलकर शांति बनाए रखने की अपील की। स्थानीय लोगों ने अजीत डोभाल से कहा कि सर आप आए तो अब हमलोगों को हिम्मत आ गई। इसके अलावा, सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि मैं पूरे इलाके में घूमा। लोग एकता चाहते हैं, सब शांति चाहते हैं। कुछ 10-20 अपराधी हिंसा फैला रहे हैं।
अजीत डोभाल ने इस दौरान लोगों से कहा कि प्रेम की भावना बनाए रखिए। हमसबों का देश है, इस देश को सब लोगों को मिलकर आगे बढ़ाना है।
#WATCH Delhi: National Security Advisor (NSA) Ajit Doval interacts with the local residents of #NortheastDelhi. While speaking to a woman resident he says, "Prem ki bhaavna bana kar rakhiye. Hamara ek desh hai, hum sab ko milkar rehna hai. Desh ko mil kar aage badhana hai." pic.twitter.com/Y1tyAz2LXQ
— ANI (@ANI) February 26, 2020
डोभाल ने पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पूर्वी) के साथ बैठक की-
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और उत्तर पूर्वी दिल्ली में हालात पर उनके साथ चर्चा की । उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा में 22 लोगों की मौत हो चुकी है । डोभाल ने पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पूर्वी) के साथ दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों के साथ बैठक की । उत्तर पूर्वी दिल्ली में भड़की हिंसा को लेकर डोभाल ने मंगलवार देर रात दिल्ली पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के साथ इसी तरह की बैठक की थी ।
दिल्ली में छात्रों ने जान को खतरा बताते हुए की परीक्षा टालने की अपील-
सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाओं के बीच दिल्ली के कई इलाकों में हिंसक झड़पों के कारण छात्रों के मन में कुछ सवाल चल रहे हैं कि जब जान ही खतरे में पड़ी है तो परीक्षाएं किस काम की?
ऐसे डर के माहौल में कौन पढ़ाई कर सकता है? उत्तरपूर्वी दिल्ली में स्कूल बुधवार को लगातार दूसरे दिन बंद रहे। संशोधित नागरिकता कानून को लेकर भड़की साम्प्रदायिक हिंसा में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्थिति को ‘‘चिंताजनक’’ बताया और कहा कि सेना को बुलाया जाना चाहिए क्योंकि पुलिस ‘‘इसे नियंत्रित करने में नाकाम’’ है।
चांद बाग, भजनपुरा, गोकुलपुरी, मौजपुर, कर्दमपुरी और जाफराबाद जैसे कई इलाकों में झड़पों में अभी तक 189 लोग घायल हो चुके हैं। बारहवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा दे रही मुस्कान शर्मा ने कहा, ‘‘बोर्ड परीक्षाएं किसी भी छात्र के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हमें दो साल पहले ही ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा गया और यहां परीक्षाओं के समय पर सब कुछ आग में जल रहा है। इतने डर के माहौल में कोई कैसे पढ़ाई कर सकता है।’’
शर्मा उत्तरपूर्वी दिल्ली के मौजपुर की रहने वाली है जो शनिवार से हिंसा का केंद्र बना हुआ है। चांद बाग इलाके के निवासी गगनदीप सिंह ने कहा, ‘‘कल मेरी अंग्रेजी की परीक्षा है। मुझे अभी तक नहीं पता कि यह स्थगित होगी या नहीं। इस तरह की अनिश्चितता और डर का माहौल ठीक नहीं है। यह सब कुछ मेरे घर के आसपास हो रहा है, यह सोचकर जब दरवाजे पर खटखट होती है मैं डर जाता हूं।’’ केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने हिंसाग्रस्त उत्तरपूर्वी दिल्ली में बुधवार को होने वाली 10वीं और 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं टाल दी हैं।