दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर बड़ी तादाद में जमा हुए प्रवासी मजदूर, CM योगी आदित्यनाथ ने दिया है बसों का इंतजाम करने का आदेश
By रामदीप मिश्रा | Published: May 17, 2020 08:19 AM2020-05-17T08:19:40+5:302020-05-17T08:22:28+5:30
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिन निर्देश दिए थे कि राज्य के सीमाक्षेत्रों में कोई भी प्रवासी श्रमिक पैदल अथवा बाइक या ट्रक आदि अवैध और असुरक्षित वाहन से न आने पाए। यदि ऐसा पाया जाए तो उक्त अवैध वाहन को तत्काल जब्त करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाए।
नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औरैया हादसे के बाद सभी जिला अधिकारियों को पैदल जा रहे प्रवासी मजदूरों के लिए बसों का इंतजाम करने के आदेश दिए हैं। इस रविवार सुबह भारी संख्या में राष्ट्रीय राजधानी से सटे गाजीपुर में दिल्ली-उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर बड़ी तादाद में प्रवासी मजदूर जमा हुए है।
मिली जानकारी के अनुसार, प्रवासी मजदूर अपने-अपने घरों गांव को जाने के लिए निकले हैं। इस दौरान उन्हें समझाने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। साथ ही साथ भीड़ के चलते जाम जैसे हालात बन गए हैं। हाइवे पर गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें लग गई है।
दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते दिन निर्देश दिए थे कि राज्य के सीमाक्षेत्रों में कोई भी प्रवासी श्रमिक पैदल अथवा बाइक या ट्रक आदि अवैध और असुरक्षित वाहन से न आने पाए। यदि ऐसा पाया जाए तो उक्त अवैध वाहन को तत्काल जब्त करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाए।
Delhi: Migrant labourers in large numbers gather in Gazipur at Delhi-Uttar Pradesh border. After the #Auraiya accident, UP Government has ordered its district magistrates to arrange buses for migrant workers who are found walking on foot. pic.twitter.com/UAzqEgSiVn
— ANI (@ANI) May 17, 2020
उन्होंने कहा कि पुलिस पैदल चलने वालों को जागरूक करते हुए उन्हें रोके। उन्होंने इन निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी शनिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने प्रवासी श्रमिकों से अपील की कि वे स्वयं तथा अपने परिवार को जोखिम में डालकर पैदल अथवा अवैध व असुरक्षित वाहन से घर के लिए यात्रा न करें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपने सभी प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षित व सम्मानजनक वापसी के लिए युद्ध स्तर पर व्यवस्था सुनिश्चित करा रही है। राज्य सरकार प्रवासी श्रमिकों को ट्रेन से प्रदेश में निःशुल्क ला रही है। प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते ही प्रवासी श्रमिकों को भोजन व पानी उपलब्ध कराया जाए। इसके बाद उनकी स्क्रीनिंग करते हुए उन्हें सुरक्षित व सम्मानजनक ढंग से उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाए।
उन्होंने कहा कि सीमाक्षेत्र के प्रत्येक जनपद में जिलाधिकारी के निवर्तन पर 200 बस रखने के आदेश पहले ही दिए गए हैं और प्रवासी श्रमिकों को बस से भेजने के लिए धनराशि भी स्वीकृत है। लोग पैदल यात्रा न करें, इसके दृष्टिगत जिलाधिकारी बसों की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
आपको बता दें, औरैया के निकट एक राजमार्ग पर शनिवार की सुबह एक ट्रेलर और ट्रक की टक्कर में 25 प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई थी और 40 अन्य घायल हो गए। यह हादसा जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर मिहौली गांव में हुआ था। मजदूर दिल्ली से आ रहे थे। रास्ते में चाय पीने रुके थे, उसी समय तड़के तीन बजे से साढ़े तीन बजे के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग-19 पर औरैया-कानपुर देहात वाले हिस्से पर हादसा हुआ।