सीएम योगी के खिलाफ 'आपत्तिजनक टिप्पणी' करने वाला दिल्ली का शख्स गिरफ्तार, जानें क्या किया था पोस्ट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 9, 2019 10:21 AM2019-06-09T10:21:32+5:302019-06-09T10:21:32+5:30
प्रशांत कनौजिया पर आईटी एक्ट की धारा 66 और मानहानि की धारा (आईपीसी 500) लगाई गई है। इसके अलाव आईपीसी 505 (सार्वजनिक दुर्व्यवहार के लिए जिम्मेदार बयान) भी लगाया गया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ सोशल मीडिया पर 'आपत्तिजनक पोस्ट' करने के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने दिल्ली के शख्स प्रशांत कनौजिया को गिरफ्तार किया है। प्रशांत कनौजिया पत्रकार हैं। प्रशांत कनौजिया को शनिवार दोपहर को उनके दिल्ली स्थित घर से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार कर प्रशांत कनौजिया को लखनऊ भेजा गया है।
प्रशांत पर आरोप है कि उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो अपलोड किया था जिसमें एक महिला खुद को सीए योगी आदित्यनाथ की प्रेमिका बता रही थी। इस वीडियो के साथ उन्होंने योगी का जिक्र करते हुए एक टिप्पणी की थी।
यूपी पुलिस के मुताबिक पत्रकार प्रशांत कनौजिया के खिलाफ हजरतगंज थाने में शुक्रवार रात में एक सब इंस्पेक्टर द्वारा प्राथिमकी दर्ज कराई गई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि आरोपी ने मुख्यमंत्री के खिलाफ 'आपत्तिजनक' टिप्पणी की और उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया है। प्रशांत कनौजिया पर आईटी एक्ट की धारा 66 और मानहानि की धारा (आईपीसी 500) लगाई गई है। इसके अलाव आईपीसी 505 (सार्वजनिक दुर्व्यवहार के लिए जिम्मेदार बयान) भी लगाया गया है।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस पत्रकार से पूछताछ करने का प्रयास कर रही है।
कनौजिया ने एक वीडियो ट्विटर और फेसबुक पर शेयर किया था, जिसमें एक महिला मुख्यमंत्री कार्यालय के बाहर विभिन्न मीडिया संगठनों के संवाददाताओं से बात करती दिख रही है। महिला दावा कर रही है कि उसने मुख्यमंत्री को विवाह का प्रस्ताव भेजा है। कनौजिया के ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि वह आईआईएमसी और मुंबई विश्वविद्यालय के छात्र रह चुके हैं और कुछ मीडिया संगठनों से जुड़े हैं।
पत्रकार प्रशांत कन्नौजिया की गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना! कानून व्यवस्था के मामले में फेल सरकार पत्रकारों पर अपनी हताशा निकाल रही है।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) June 8, 2019
इस मामले पर समाजवादी पार्टी ने प्रशांत कन्नौजिया की गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा है, कानून व्यवस्था के मामले में फेल सरकार पत्रकारों पर अपनी हताशा निकाल रही है।