दिल्ली में ठंड ने समय से पहले दी दस्तक! अक्टूबर में न्यूनतम तापमान का 26 साल का रिकॉर्ड टूटा
By रामदीप मिश्रा | Published: October 30, 2020 06:58 AM2020-10-30T06:58:28+5:302020-10-30T07:06:57+5:30
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि इस बार इतना कम न्यूनतम तापमान होने का कारण आसमान में बादलों का नहीं छाए रहना है। आसमान में बादल छाए रहने के कारण पृथ्वी से परावर्तित होने वाली अवरक्त (इंफ्रारेड) किरणों में कुछ किरणें बादलों के कारण वापस आ जाती हैं और इससे धरती गर्म हो जाती है।

फाइल फोटो
नई दिल्लीःमौसम विभाग (IMD) के वैज्ञानिकों ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जोकि 26 साल में सबसे कम है। हर साल इस समय सामान्य न्यूनतम तापमान 15-16 डिग्री सेल्सियस रहता है। साथ ही साथ वायु प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है और दिल्ली की हवा खराब हो गई है।
मौसम विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव का कहना है कि इससे पहले वर्ष 1994 में दिल्ली में इतना कम तापमान दर्ज किया गया था। आखिरी बार 31 अक्टूबर, 1994 को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 12.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। शहर में अक्टूबर माह में सर्वकालिक न्यूनतम तापमान(9.4 डिग्री सेल्सियस) 31 अक्टूबर, 1937 को दर्ज किया गया था।
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि इस बार इतना कम न्यूनतम तापमान होने का कारण आसमान में बादलों का नहीं छाए रहना है। आसमान में बादल छाए रहने के कारण पृथ्वी से परावर्तित होने वाली अवरक्त (इंफ्रारेड) किरणों में कुछ किरणें बादलों के कारण वापस आ जाती हैं और इससे धरती गर्म हो जाती है।
श्रीवास्तव ने कहा कि एक अन्य कारण शांत हवाएं हैं, जिसके कारण धुंध और कोहरा छाता है। एक नवंबर तक न्यूनतम तापमान गिर कर 11 डिग्री सेल्सियस तक होने की संभावना है।
आईएमडी के पर्यावरण निगरानी अनुसंधान केंद्र के प्रमुख वीके सोनी ने कहा कि कम तापमान और कम हवा की गति भी शहर में वायु प्रदूषण को बढ़ाती है, जोकि हर साल सर्दियों की शुरुआत के साथ एक वार्षिक स्वास्थ्य संकट बन गया है। प्रदूषण के स्तर को निर्धारित करने में तापमान बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। यदि सुबह का तापमान कम होता है तो प्रदूषण के कण जमीन के करीब फंस जाते हैं। कम तापमान एक कारण था जिसने गुरुवार को प्रदूषण का स्तर तक पहुंच गया।
राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता का स्तर गुरुवार की सुबह 'गंभीर' श्रेणी के नजदीक पहुंच गया था। हवा की गति धीमी होने और पराली इत्यादि जलाने की घटनाएं बढ़ने से प्रदूषण के स्तर में वृद्धि देखी गई। शहर में पूर्वाह्न 11 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 397 दर्ज किया गया। चौबीस घंटे का औसत एक्यूआई बुधवार को 297, मंगलवार को 312, सोमवार को 353, रविवार को 349, शनिवार को 345 और शुक्रवार को 366 था।