Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली शराब नीति के कारण ₹2,026 करोड़ के राजस्व का नुकसान, सीएजी रिपोर्ट को लेकर केजरीवाल पर हमलावर हुई भाजपा
By रुस्तम राणा | Published: January 11, 2025 03:01 PM2025-01-11T15:01:44+5:302025-01-11T15:03:03+5:30
सीएजी रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि कुछ आप नेताओं को नीति से जुड़ी रिश्वत का लाभ मिला। इसके कारण प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने जांच की, जिसके परिणामस्वरूप आप के वरिष्ठ नेताओं की गिरफ्तारी हुई। लाइवमिंट के पास सीएजी रिपोर्ट की एक प्रति है।
Delhi Assembly Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले 11 जनवरी को आई नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट के अनुसार, विवादास्पद और अब रद्द कर दी गई दिल्ली आबकारी नीति के कार्यान्वयन में खामियों के कारण सरकार को लगभग 2,026 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। सीएजी रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि कई महत्वपूर्ण निर्णय कैबिनेट या दिल्ली उपराज्यपाल की मंजूरी के बिना मनमाने ढंग से लिए गए।
सीएजी की रिपोर्ट में कहा गया है कि आम आदमी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं को 'रिश्वत' मिली। साथ ही, इसमें स्पष्ट खामियों, नीति उल्लंघनों और संदिग्ध निर्णयों पर प्रकाश डाला गया है, जिससे उचित प्रक्रिया को दरकिनार करते हुए कुछ संस्थाओं को लाभ पहुँचाया गया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "सीएजी रिपोर्ट के दस निष्कर्ष बहुत विस्तृत हैं और मैं उन्हें आपको एक-एक करके समझाऊंगा। पहला निष्कर्ष 2026 करोड़ रुपये के राजस्व नुकसान के बारे में है। दूसरा निष्कर्ष नीति के उद्देश्यों से विचलन है। तीसरा निष्कर्ष यह है कि विशेषज्ञ पैनल की सिफारिशों को मंत्रियों के समूह (जीओएम) द्वारा नजरअंदाज किया गया।"
शराब नीति, नवंबर 2021
नवंबर 2021 में पेश की गई शराब नीति को दिल्ली के शराब बाजार के लिए गेम-चेंजर के रूप में पेश किया गया था। भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितताओं के आरोपों के बीच नीति की आलोचना हुई। अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया समेत दिल्ली सरकार के शीर्ष AAP नेताओं को इस मामले में गिरफ्तार हुए और अंततः जमानत पर रिहा कर दिए गए।
सीएजी रिपोर्ट यह भी बताती है कि नीति अपने उद्देश्यों को पूरा करने में विफल रही, तत्कालीन उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के नेतृत्व वाले मंत्रियों के समूह (GoM) द्वारा एक विशेषज्ञ पैनल की प्रमुख सिफारिशों को नजरअंदाज कर दिया गया।
ठाकुर ने कहा, "वर्ष 2025 चल रहा है, लेकिन मैं यहां 2026 के बारे में बात करने आया हूं। क्योंकि 2025 वित्त का वर्ष है, लेकिन शराब घोटाले के कारण 2026 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। हां, दिल्ली शराब घोटाले के कारण 2026 करोड़ रुपये का राजकोषीय घाटा हुआ है। याद कीजिए, आम आदमी पार्टी ने स्कूल बनाने का वादा किया था, लेकिन इसके बजाय शराब की दुकानें बना दी गईं। उन्होंने झाड़ू की बात की, लेकिन शराब को बढ़ावा दिया।"
सीएजी रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि कुछ आप नेताओं को नीति से जुड़ी रिश्वत का लाभ मिला। इसके कारण प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने जांच की, जिसके परिणामस्वरूप आप के वरिष्ठ नेताओं की गिरफ्तारी हुई। लाइवमिंट के पास सीएजी रिपोर्ट की एक प्रति है।
मार्च 2024 की रिपोर्ट अभी तक विधानसभा में पेश नहीं की गई है। यह रिपोर्ट 5 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले दिल्ली में चरम प्रचार के बीच में आई है। राष्ट्रीय राजधानी में मुकाबला त्रिकोणीय है। तीन प्रमुख दल - आप, भाजपा और कांग्रेस - चुनावी मैदान में हैं।