दिल्ली के जहांगीरपुरी में अब चलेगा बुलडोजर! एमसीडी ने चिट्ठी लिख मांगे पुलिस के 400 जवान
By विनीत कुमार | Published: April 20, 2022 07:22 AM2022-04-20T07:22:50+5:302022-04-20T07:31:30+5:30
दिल्ली के जहांगीरपुरी में अतिक्रमण हटाने के अभियान के लिए उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने पुलिस के 400 जवानों की मांग की है। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने भी नगर निगम को चिट्ठी लिखकर जहांगीरपुरी में उपद्रवियों द्वारा अतिक्रमण और अवैध निर्माण पर कार्रवाई की मांग की थी।
नई दिल्ली: दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मंगलवार को उत्तरी दिल्ली नगर निगम के महापौर राजा इकबाल सिंह को पत्र लिखकर जहांगीरपुरी में हिंसा के आरोपी और गिरफ्तार किए गए लोगों द्वारा अवैध अतिक्रमण और निर्माण की पहचान करने और उन्हें ध्वस्त करने की गुजारिश की। यह चिट्ठी उस समय लिखी गई जब उत्तरी दिल्ली नगर निगम की ओर से भी एक सीनियर अधिकारी ने पुलिस उपायुक्त (उत्तर-पश्चिम) को पत्र लिखकर क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के विशेष संयुक्त कार्यक्रम के लिए मदद मांगी है।
अतिक्रमण हटाने के अभियान के लिए 400 जवानों की मांग
उत्तरी दिल्ली नगर निगम के सिविल लाइंस जोन के सहायक आयुक्त ने चिट्ठी में 19, 20 और 21 अप्रैल को अतिक्रमण हटाने के अभियान के दौरान 'कानून व्यवस्था बनाए रखने' के लिए 400 पुलिस कर्मियों की मांग की है। अधिकारी ने उत्तर-पश्चिम के डीसीपी को पत्र लिखकर कहा कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में पीडब्ल्यूडी, स्थानीय निकाय, पुलिस और उत्तर निगम के कई विभाग शामिल होंगे।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार डीसीपी (उत्तर-पश्चिम) उषा रंगनानी की ओर से इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं आई है।
वहीं, उत्तरी दिल्ली नगर निगम के प्रवक्ता विवेक प्रकाश ने कहा कि वह इस तरह के घटनाक्रम से अनजान हैं और जोनल डिप्टी कमिश्नर से इसकी पुष्टि करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा, 'मैंने अभी तक ऐसा पत्र नहीं देखा है।' एक अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की कि मंगलवार को अतिक्रमण हटाने संबंधी कोई कार्रवाई नहीं की गई।
आदेश गुप्ता ने एमसीडी से कार्रवाई की मांग की
दूसरी ओर भाजपा नेता आदेश गुप्ता ने उत्तरी दिल्ली नगर निगम को लिखे चिट्ठी में कहा, 'इन दंगाइयों द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण और निर्माणों की पहचान की जाए और इन अतिक्रमणों पर बुलडोजर चलाए जाएं।' आदेश गुप्ता ने ये भी दावा किया कि उपद्रवियों की ओर से स्थानीय विधायक और निगम पार्षद के संरक्षण में अवैध निर्माण और अतिक्रमण किया हुआ है।