दिल्ली: गौतम गंभीर ने किया दावा, 1 साल में गाजीपुर लैंडफिल की 40 फीट उंचाई हुई कम, कहा- हिम्मत बड़े से बड़े पहाड़ को हिला सकती है
By अनुराग आनंद | Published: July 24, 2020 12:08 AM2020-07-24T00:08:55+5:302020-07-24T00:08:55+5:30
गौतम गंभीर ने अपने फेसबुक पर लिखा है कि मैंने अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों से वायदा किया था कि यदि मैं अपने इस वायदे को नहीं निभा पाया तो अगली बार चुनाव नहीं लडूंगा।
नई दिल्ली: पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद व पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने सोशल मीडिया के माध्यम से दावा किया है कि उनके संसदीय क्षेत्र में स्थित एशिया की सबसे उंची गाजीपुर लैंडफिल की उंचाई पिछले एक साल में 40 फीट तक कम हो गई है।
उन्होंने अपने फेसबुक पर लिखा है कि मैंने अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों से वायदा किया था कि यदि मैं अपने इस वायदे को नहीं निभा पाया तो अगली बार चुनाव नहीं लडूंगा। देखिए अब प्रयास से एशिया की सबसे उंची गार्बेज की उंचाई एक साल में 40 फीट तक कम हो गई है। इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि हिम्मत और मेहनत बड़े से बड़े पहाड़ को भी हिला सकती है।
गाजीपुर में हर दिन 2 टन कचरा डंप होता है’
दैनिक भास्कर रिपोर्ट में पूर्वी दिल्ली के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर अरुण कुमार ने पिछले दिनों बताया था कि यह 65 मीटर (213 फीट) ऊंचा हो चुका है। इस क्षेत्र का दायरा हर साल 10 मीटर बढ़ रहा है। इसकी गंदी बदबू आसपास के क्षेत्र को खराब कर रही है।
गाजीपुर कचरा संग्रहण केंद्र 1984 में खोला गया। इसकी क्षमता 2002 में ही पूरी हो गई थी। इसे तब ही बंद किया जाना था। मगर अभी भी शहर का मलबा सैकड़ों ट्रकों के जरिए यहां डाला जा रहा है। दिल्ली नगर निगम अधिकारी ने नाम न बताए जाने की शर्त पर कहा था कि गाजीपुर में हर दिन 2 टन कचरा डाला जाता है।
कचरा डालने के कारण हवा और पानी दोनों प्रदूषित हो रहे
पर्यावरण रक्षा समूह चिंतन की प्रमुख चित्रा मुखर्जी ने पिछले दिनों एक मीडिया साक्षात्कार में कहा था कि यह सबकुछ तुरंत बंद होना चाहिए। लगातार कचरा डालने के कारण हवा और पानी दोनों प्रदूषित हो रहे हैं। रहवासी का कहना था कि जहरीली बदबू ने हमारा जीवन नर्क बना दिया है। लोग हमेशा बीमार रहने लगे हैं।
बता दें कि सरकार ने 2013 से 2017 के बीच सर्वे करवाया। इसमें दिल्ली में 981 लोगों की मौत इन्फेक्शन के कारण हुई जबकि 10 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण के शिकार हुए।