दिल्ली चुनावः बीजेपी ने कहा- वोटबैंक की राजनीति के कारण CAA का किया विरोध, हम शरणार्थियों को देकर रहेंगे नागरिकता
By रामदीप मिश्रा | Published: January 24, 2020 06:18 PM2020-01-24T18:18:04+5:302020-01-24T18:18:04+5:30
Delhi elections: जेपी नड्डा ने कहा कि शरणार्थी भारत सरकार में नौकरी नहीं कर सकते, यहां पढ़ाई नहीं कर सकते, यहां मकान नहीं खरीद सकते, क्योंकि वो यहां के नागरिक नहीं हैं। क्या उनको बसना हमारी जिम्मेदारी है या नहीं?
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) धुआंधार प्रचार कर रही है। इसी सिलसिले में देर शाम पार्टी के नए अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजधानी के पांडव नगर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया। यहां उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस को आडे़ हाथ लिया है।
जेपी नड्डा ने कहा कि शरणार्थी भारत सरकार में नौकरी नहीं कर सकते, यहां पढ़ाई नहीं कर सकते, यहां मकान नहीं खरीद सकते, क्योंकि वो यहां के नागरिक नहीं हैं। क्या उनको बसना हमारी जिम्मेदारी है या नहीं? वोटबैंक की राजनीति के कारण बाग-बाग में बैठने वालों ने इसका विरोध किया और कांग्रेस इनके साथ खड़ी है। बीजेपी ने स्पष्ट कहा है कि शरणार्थियों को हम नागरिकता देकर रहेंगे।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस-आम आदमी पार्टी नागरिकता संशोधन कानून पर झूठ बोल रहे हैं, लोगों को गुमराह कर रहे हैं। सीएए नागरिकता देने का कानून है, नागरिकता लेने का नहीं। महात्मा गांधी ने 1947 में बोला था कि जिनका उत्पीड़न पाकिस्तान में हो रहा है उनको भारत लाकर बसाना चाहिए। 1950 में जवाहर लाल नेहरू ने कहा था कि जो लोग पाकिस्तान में प्रताड़ित हो रहे हैं उनको रिलीफ फंड से पैसे देकर भारत में बसाया जाए।
नड्डा ने कहा कि मनमोहन सिंह ने कहा था कि बांग्लादेश में प्रताड़ित लोगों को भारत में बसाना चाहिए और उनको नागरिकता देनी चाहिए। कांग्रेस ने शरणार्थियों पर सिर्फ वोटबैंक की राजनीति की। ये बीजेपी सरकार है जिसने कहा और पूरा किया। 31 दिसंबर, 2014 से पहले जो आ गए हैं उनको हम नागरिकता देंगे, ताकि वह इज्जत से जीवन जी सकें।
उन्होंने कहा कि बीजेपी का अतीत जनता की मां भारती की सेवा में समर्पित रहा है। हमने जो कहा है वो किया है। हमने उन कामों को अंजाम दिया जिनके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं होगा। बीजेपी की सरकार ने 70 साल से लटके फैसले अनुच्छेद 370 और 35A को समाप्त किया है।
नड्डा ने कहा कि पहले जम्मू-कश्मीर में वाल्मीकि का बेटा कोई सरकारी नौकरी ज्वॉइन नहीं कर सकता था। अगर वो ज्वॉइन सकता था तो सिर्फ सफाई कर्मचारी के तौर पर। अब अनुच्छेद 370 और 35A हटने के बाद अब वाल्मीकि का बेटा भी जज, डॉक्टर, अफसर और इंजीनियर बन सकेगा।
बीते दिनों में जम्मू कश्मीर में आजादी के बाद बीडीसी की चुनाव पहली बार हुआ। बीजेपी ने इस चुनाव में 80 सीटें जीती हैं, कांग्रेस ने 1 सीट जीती हैं, पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेस तो चुनाव से ही बाहर हो गए।