दिल्ली चुनावः मुश्किल में आप विधायक जितेंद्र सिंह तोमर, चुनाव आयोग के पास भाजपा, नामांकन रद्द किया जाए
By भाषा | Published: January 20, 2020 07:38 PM2020-01-20T19:38:12+5:302020-01-20T19:38:12+5:30
दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को 2015 के विधानसभा चुनाव में तोमर के विधानसभा में निर्वाचन को निरस्त कर दिया था। नामांकन पत्र में शैक्षणिक योग्यता के बारे में झूठी जानकारी जमा करने के लिए उनका निर्वाचन रद्द किया गया।
दिल्ली भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलकर आप विधायक जितेंद्र सिंह तोमर का त्रिनगर विधानसभा सीट से नामांकन रद्द करने की मांग की।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को 2015 के विधानसभा चुनाव में तोमर के विधानसभा में निर्वाचन को निरस्त कर दिया था। नामांकन पत्र में शैक्षणिक योग्यता के बारे में झूठी जानकारी जमा करने के लिए उनका निर्वाचन रद्द किया गया।
आम आदमी पार्टी ने तोमर को इस बार भी उसी सीट से उम्मीदवार बनाया है। विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के सह-प्रभारी और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी समेत भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा से मुलाकात की।
पुरी ने कहा कि आप ने तोमर और गंभीर आरोपों का सामना कर रहे अन्य नेताओं को उतारकर जनता का मजाक उड़ाया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सदस्य विजय गोयल ने कहा कि तोमर को 2015 में दिल्ली सरकार का कानून मंत्री बनाया गया और बाद में फर्जी डिग्री मामले में गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘तोमर को कानून मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था, उसके बाद भी आप ने फिर से विधानसभा चुनाव के लिए तोमर को टिकट दिया है और साबित कर दिया है कि उनकी पार्टी दागी नेताओं को प्राथमिकता देती है।’’