आबकारी मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया गिरफ्तार, 8 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई ने गिरफ्तार किया
By शिवेंद्र राय | Published: February 26, 2023 07:38 PM2023-02-26T19:38:02+5:302023-02-26T19:39:19+5:30
दिल्ली आबकारी मामले में 8 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के लिए जाने से पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा था कि वह झूठे आरोपों को लेकर जेल जाने से भयभीत नहीं हैं।
नई दिल्ली: दिल्ली आबकारी मामले में 8 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ के दौरान सीबीआई मुख्यालय से कुछ दूर आप के समर्थक विधायकों सहित सड़क पर बैठे थे जिनसे पुलिस से झड़प भी हुई थी।
पूछताछ के लिए जाने से पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री ने कहा था कि वह झूठे आरोपों को लेकर जेल जाने से भयभीत नहीं हैं। सिसोदिया ने कहा कि वह जांच में पूरा सहयोग करेंगे। मनीस सिसोदिया पर दिल्ली में नई आबकारी नीति लाकर कुछ चुनिंदा लोगों को लाभ पहुंचाने का आरोप है।
इससे पहले पिछले साल 17 अक्टूबर, 2022 को सिसोदिया से पूछताछ की गई थी। इसके एक महीने बाद, पिछले साल 25 नवंबर, 2022 को एजेंसी ने अपना आरोपपत्र दाखिल किया था। सिसोदिया आबकारी नीति के विभिन्न पहलुओं, शराब कारोबारियों और राजनेताओं के साथ कथित संबंधों को लेकर जांच एजेंसी के निशाने पर हैं।
बता दें कि सीबीआई मुख्यालय में पूछताछ के लिए जाने से पहले ही सिसोदिया ने अपनी गिरफ्तारी की आशंका जता दी थी। पूछताछ के लिए अपने आवास से सीबीआई मुख्यालय की ओर निकले हुए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने समर्थकों के बीच भावनात्मक अपील करते हुए कहा था कि वो उनकी बीमार पत्नी और बच्चे की देखभाल करें। इसके साथ ही सिसोदिया ने इस बात का दावा किया कि सीबीआई उन्हें पूछताछ के लिए नहीं बुला रही है बल्कि उन्हें झूठे मामले में ‘जेल’ भेजने की तैयारी कर रही है।
मनीष सिसोदिया ने कहा था कि जीवन भर ईमानदारी से काम करने का यह सिला दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, “जब पार्टी नहीं थी, उस समय मैंने अरविंद केजरीवाल के साथ जुड़ने के लिए टीवी पत्रकारिता का करियर छोड़ दिया। पत्नी हमेशा मेरे साथ खड़ी रही। मेरे पीछे वो अकेली रह जाएगी क्योंकि वो मुझे जेल भेजने की तैयारी कर रहे हैं। मेरी पत्नी बीमार हैं, हो सके तो उनकी देखभाल करें।”
इसके साथ ही दिल्ली के डिप्टी सीएम ने कहा था कि मैं जा रहा हूं लेकिन अपने स्कूली बच्चों से कहना चाहता हूं इसका मतलब यह नहीं है कि वे कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्हें मेहनत और लगन के साथ मन लगाकर पढ़ाई करनी है। अगर बच्चों ने पढ़ाई छोड़ी तो वह जेल में खाना बंद कर देंगे।