दिल्ली में कोरोना से जंग की नई योजना, नए कोविड रिस्पॉन्स प्लान के तहत 6 जुलाई तक हर घर की होगी स्क्रीनिंग
By विनीत कुमार | Published: June 24, 2020 12:00 PM2020-06-24T12:00:11+5:302020-06-24T12:11:24+5:30
दिल्ली में लगातार तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के बीच अब राजधानी में हर घर की स्क्रीनिंग की तैयारी है। कोरोना की रोकथाम के लिए कोविड रिस्पॉन्स प्लान के तहत कई नई योजनाएं बनाई गई हैं।
दिल्ली में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए नई योजना तैयार की गई है। इसके तहत दिल्ली में 6 जुलाई तक हर घर की स्क्रीनिंग की जाएगी। देश में दिल्ली कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित दूसरा राज्य है। दिल्ली में मंगलवार को ही कोरोना के रिकॉर्ड 3947 नए मामले सामने आए। ये किसी भी राज्य में एक दिन में मिला सबसे ज्यादा पॉजिटिव केस है। दिल्ली में अभी 261 कंटेनमेंट जोन हैं और 62 हजार से ज्यादा कोरोना के मामले आ चुके हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सरकार का कहना है कि नए कोविड रिस्पॉन्स प्लान के तहत 30 जून तक कंटेनमेंट जोन में मौजूद हर घर की जांच पूरी कर ली जाएगी। साथ ही कॉनटैक्ट ट्रेसिंग को भी और बेहतर और मजबूत किया जाएगा ताकि संक्रमण के फैलने की चेन को तोड़ा जा सके।
दिल्ली सरकार ने बताया, 'हर दिन 2500 से ज्यादा नए मामले और करीब 75 मौतें दिल्ली में रिपोर्ट हो रही हैं। इसमें से 45 प्रतिशत मामले कंटेनमेंट जोन से हैं।' गौरतलब है कि दिल्ली ने रविवार को कोरोना संक्रमण की संख्या के मामले में तमिलनाडु को पीछे छोड़ दिया। नई योजना के तहत दिल्ली में जिला स्तर पर कड़े मॉनिटरिंग प्लान लागू किए जाएंगे।
कोविड रिस्पांस प्लान में हुए ये बदलाव
दिल्ली के जिलों में COVID-19 टास्क फोर्स पहले केवल जिला मजिस्ट्रेटों द्वारा देखरेख की गई थी। अब इसमें एमसीडी (दिल्ली नगर निगम) के जिला पुलिस आयुक्त, निगम के अधिकारी, दिल्ली नगर निगम से महामारी के जानकार और आरोग्य सेतु ऐप की निगरानी के लिए आईटी पेशेवर शामिल होंगे। साथ ही ये सुनिश्चित किया जाएगा कि आरोग्य सेतु ऐप सभी लोग डाउनलोड करें। ये खासकर सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में इसका पालन अनिवार्य होगा।
इसी तरह कंटेनमेंट जोन में ज्यादा आवाजाही को नियंत्रित किया जाएगा। इसके लिए पुलिस सीसीटीवी की मदद लेगी। नए गाइडलाइन के अनुसार भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के दिशानिर्देशों के अनुसार ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाएगा।
राज्य टास्क फोर्स का नेतृत्व मुख्यमंत्री करेंगे। साथ ही घनी आबादी वाले क्षेत्रों में मरीजों को COVID-19 केयर सेंटर पर भेजने की व्यवस्था की जाएगी। दिल्ली के कंटेनमेंट जोन में सभी लक्षण और बगैर लक्षण वाले मामलों का टेस्ट भी 5वें और 10वें दिन में किया जाएगा। कोरोना वायरस की राजधानी में व्यापकता का अनुमान लगाने के लिए बीस हजार नमूनों को भी एकत्र किया जाएगा। ये 27 जून को शुरू होगा और इसके नतीजे 10 जुलाई को जारी किए जाएंगे।