Delhi Corona Update: केजरीवाल सरकार का बड़ा फैसला, दिल्ली के अस्पतालों में होगा सिर्फ दिल्लीवालों का इलाज
By गुणातीत ओझा | Published: June 7, 2020 01:19 PM2020-06-07T13:19:59+5:302020-06-07T13:19:59+5:30
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना से संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच केजरीवाल सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब दिल्ली में दिल्ली सरकार और प्राइवेट अस्पतालों में केवल दिल्ली के निवासियों का इलाज होगा।
नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना से संक्रमित मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच केजरीवाल सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब दिल्ली में दिल्ली सरकार और प्राइवेट अस्पतालों में केवल दिल्ली के निवासियों का इलाज होगा। जबकि दिल्ली में स्थित केंद्र सरकार के अस्पतालों में सभी का इलाज होगा। कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर दिल्ली कैबिनेट ने यह फैसला लिया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसका ऐलान किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जून के अंत तक 15 हजार कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए बेड की जरूरत होगी। एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर सरकार ने ये फैसला लिया है कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में सिर्फ दिल्ली के लोगों का इलाज होगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मार्च के महीने तक दिल्ली के सारे अस्पताल पूरे देश के लोगों के लिए खुले रहे। किसी भी समय हमारे दिल्ली के अस्पतालों में 60 से 70 फ़ीसदी लोग दिल्ली से बाहर के थे। लेकिन कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में अगर दिल्ली के अस्पताल बाहर वालों के लिए खोल दिए तो दिल्ली वालों का क्या होगा?
Delhi hospitals will be available for the people of Delhi only, while Central hospitals will remain open for all: Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal. #COVID19pic.twitter.com/W66TrJmCr3
— ANI (@ANI) June 7, 2020
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संबंध में लोगों की राय मांगी गई थी। इसमें दिल्ली के 90 फ़ीसदी लोगों ने कहा कि जब तक कोरोना है तब तक दिल्ली के अस्पतालों में सिर्फ दिल्लीवासियों का इलाज हो। उन्होंने बताया कि 5 डॉक्टर की एक कमेटी बनाई थी। उसने अपनी रिपोर्ट दी है। डॉ. महेश वर्मा इस कमेटी के अध्यक्ष थे। कमेटी ने कहा है कि जून अंत तक दिल्ली को 15,000 बेड की ज़रूरत होगी।