दिल्ली में हालात बिगड़े, कोरोना वायरस संक्रमण की दर में 21 फीसदी बढ़ोत्तरी, रिकवरी रेट भी गिरा
By निखिल वर्मा | Published: June 13, 2020 08:11 AM2020-06-13T08:11:01+5:302020-06-13T08:11:01+5:30
दिल्ली में शुक्रवार को रिकॉर्ड कोरोना वायरस के 2137 नए मामले आए हैं. दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या ठीक होने वालों से दोगुनी है.
दिल्ली में कोरोना वायरस के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वहीं कोविड-19 से ठीक होने वालों मरीजों की दर में कमी आई है। जून महीने के आंकड़े बेहद भयावहै। 30 मई से 11 जून तक दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण के दर में 21 फीसदी बढ़ोत्तरी हुई है जबकि संक्रमित से उबरने के दर में 8 फीसदी गिरावट आई है। पिछले एक हफ्ते में दिल्ली में मौतों का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ा है।
एक दिन में आए रिकॉर्ड 2137 नए मामले
राष्ट्रीय राजधानी में एक ही दिन में अब तक के सबसे अधिक कोरोना वायरस संक्रमण के 2,137 नए मामले शुक्रवार को सामने आए। इसके साथ ही दिल्ली में संक्रमित लोगों की कुल संख्या 36,824 हो गई। दिल्ली स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलेटिन के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोविड-19 से 71 मरीजों की मौत हो गई, जिसके बाद मृतकों का आंकड़ा 1214 तक पहुंच गया।
ऐसा पहली बार है जब दिल्ली में एक ही दिन में 2,000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं। इससे पहले गुरुवार को 1,877 नए संक्रमित सामने आए थे। बुलेटिन के मुताबिक मौत के 58 मामले नौ मई से छह जून के बीच के हैं लेकिन ये भी शुक्रवार को ही घोषित किए गए।
दिल्ली में संक्रमण दर पहली बार 35 फीसदी से अधिक
दिल्ली में गुरुवार (11 जून) को संक्रमण दर पहली बार 35 फीसदी से अधिक हो गई। इस दौरान 5360 लोगों की जांच रिपोर्ट में 1877 लोग संक्रमित मिले। इस हिसाब से दिल्ली में कोरोना की जांच कराने वाला हर तीसरा आदमी संक्रमित पाया गया।
दिल्ली में 3 जून से पहले मामलों का आंकड़ा 1000 प्रतिदिन से कम था जो कि लॉकडाउन हटते ही 1500 के पार हो चुका है। मौत का आंकड़ा भी डराने लगा है। वहीं दिल्ली में कंटेनमेंट जोन की संख्या 92 से बढ़कर 242 हो गई है। इस बीच दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने साफ किया है कि दिल्ली में दोबारा पूर्ण लॉकडाउन लागू नहीं होगा।
उपराज्यपाल ने कोविड-19 से निपटने के लिए बनाई हाई लेवल कमेटी
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 महामारी से निपटने के वास्ते सुझाव देने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति का शुक्रवार को गठन किया। इसमें भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक बलराम भार्गव को भी शामिल किया गया है।
भार्गव के अलावा इस छह सदस्यीय समिति में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य कृष्ण वत्स और कमल किशोर, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक रणदीप गुलेरिया, डीजीएचएस के अतिरिक्त डीडीजी डा. रवींद्रन और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केन्द्र के निदेशक सुरजीत कुमार सिंह शामिल हैं।