दिल्ली चुनाव: भाजपा कर रही है हिंदुत्व कार्ड का परीक्षण, भारत-पाक के बीच चुनाव दिखाने की कोशिश
By हरीश गुप्ता | Published: January 29, 2020 09:13 AM2020-01-29T09:13:33+5:302020-01-29T09:13:33+5:30
भगवा खेमा यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि दिल्ली चुनाव वास्तव में भारत और पाकिस्तान के बिच का मुकाबला है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल, राहुल गांधी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान एक ही भाषा बोल रहे हैं।
भाजपा नेतृत्व शाहीन बाग़ में संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ जारी प्रदर्शन को सोची-समझी रणनीति के तहत हिन्दूवाद के परीक्षण के तौर पर ले रहा है। दो करोड़ से अधिक की आबादी वाला दिल्ली महानगरीय शहर है, जहां न केवल पूरे देश के बल्कि पड़ोसी देशों के भी अप्रवासी रहते हैं।
राजधानी ने 60 के दशक की शुरुआत में गौरक्षा आंदोलन और फिर 90 के दशक में राम मंदिर आंदोलन के साथ भगवा उभार देखा। हालांकि, ऐसे आंदोलोनों के बावजूद पार्टी लंबे समय तक यहां सत्ता पर काबिज होने में विफल रही। लगातार 20 वर्षों तक सत्ता में अलग रहने से हताश भाजपा नेतृत्व को लगता है कि हिंदुत्व कार्ड मौजूदा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उसकी किस्मत को चमका सकता है।
सभी चुनावी विशलेषकों ने अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी को साफ़ संकेत दिया है कि भाजपा नेतृत्व ने हिंदुत्व कार्ड का परीक्षण करने का फैसला किया है। उन्होंने सभी स्तरों पर विस्तृत चर्चा करने के बाद यह निर्णय लिया है कि केजरीवाल की मुफ्त बिजली, पानी, महिलाओं के लिए बस का सफर आदि को उनसे अधिक सुविधाएं मुफ्त देने का वादा करके प्रतिकार नहीं किया जा सकता है। इसी वजह से शाहीन बाग को परीक्षण केंद्र बनाने का निर्णय लिया गया और पार्टी को उम्मीद है कि ध्रुवीकरण वोटिंग का पैटर्न तय करेगा।
भगवा खेमा यह दिखाने की कोशिश कर रहा है कि दिल्ली चुनाव वास्तव में भारत और पाकिस्तान के बिच का मुकाबला है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल, राहुल गांधी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान एक ही भाषा बोल रहे हैं। मॉडल टाउन से भाजपा प्रत्याशी कपिल मिश्रा पहले ही एफआईआर के साथ दो दिन के प्रतिबंध का सामना कर रहे हैं। दिलचस्प बात यह है कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा का सीएए पर लोगों को गुमराह करने के लिए विपक्ष पर हमला बहुत संभलकर और सीमित है।