दिल्ली विधानसभा चुनाव: भाजपा जदयू और लोजपा(रा) को साथ लाने पर कर रही है विचार, बिहारी मतदाताओं पर है नजर
By एस पी सिन्हा | Published: November 5, 2024 07:19 PM2024-11-05T19:19:49+5:302024-11-05T19:19:49+5:30
Delhi Assembly Elections 2024: पार्टी सूत्रों ने बताया कि जदयू और लोजपा(रा) को संगम विहार, बुराड़ी, सीमापुरी सहित कुछ मुस्लिम बहुल सीटें दी जा सकती हैं। पार्टी ने सहयोगी दलों को तीन से पांच सीटें देने का मन बनाया है।
पटना: 2025 के फरवरी माह में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार में भी सियासी सरगर्मी देखी जाने लगी है। दरअसल, दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव में एनडीए अपनी पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ने का मन बना रही है। इसमें भाजपा अपनी सहयोगी दल जदयू और लोजपा(रा) को भी साथ लाना चाहती है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि जदयू और लोजपा(रा) को संगम विहार, बुराड़ी, सीमापुरी सहित कुछ मुस्लिम बहुल सीटें दी जा सकती हैं। पार्टी ने सहयोगी दलों को तीन से पांच सीटें देने का मन बनाया है।
इसके पीछे कारण यह माना जा रहा है कि इन सीटों पर बिहार के रहने वालों लोगों की अच्छी संख्या है। इसके साथ ही अल्पसंख्यक(मुस्लिम) मतदाताओं में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लोजपा(रा) प्रमुख एवं केन्द्रीय मंत्री चिराग पासवान को लेकर कहीं न सॉफ्ट कॉर्नर है। सूत्रों की मानें तो महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा इसपर गंभीरता पूर्वक मंथन कर आपसी तालमेल बनाने के प्रयास में जुट जाएगी।
उल्लेखनीय है कि केंद्र में लगातार तीन बार सरकार बनाने वाली भाजपा पिछले 27 साल से दिल्ली की सत्ता से दूर है। बीते दिनों पार्टी के अंदरूनी सर्वे में आगामी विधानसभा चुनाव में 43.4 फीसदी वोट मिलने की संभावना के बाद भाजपा ने इसको 46 फीसदी तक ले जाने का टारगेट रखा है। ऐसे में महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव नतीजों के बाद दिल्ली पर फोकस बढ़ेगा।
बता दें कि दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल फरवरी 2025 में खत्म होने जा रहा है। उससे पहले चुनाव आयोग राजधानी में चुनाव के नतीजों का ऐलान कर देगा। माना जा रहा है कि इस बार के चुनाव में केजरीवाल की राह आसान नहीं है। क्योंकि जिस भ्रष्टाचार के मुद्दे पर वह चुनाव लड़कर दिल्ली की सत्ता में दो बार आए खुद ही भ्रष्टाचार के मामलों का सामना कर रहे हैं। ऐसे में भाजपा इस बार दिल्ली की सत्ता में वापसी की उम्मीद लगाए बैठी है।