Delhi Assembly Elections: दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने तीन साल में विज्ञापन-प्रचार प्रसार पर किए 207 करोड़ रूपये खर्च
By भाषा | Published: January 5, 2020 02:30 PM2020-01-05T14:30:00+5:302020-01-05T14:30:00+5:30
दिल्ली सरकार की लेखा शाखा (एकाउंट ब्रांच) से प्राप्त जानकारी के अनुसार, विज्ञापन एवं प्रचार प्रसार मद में वित्त वर्ष 2017-18 में 190 करोड़ रूपये का बजट रखा गया था जबकि 2018-19 में 100 करोड़ रूपये का बजट रखा गया था ।
दिल्ली सरकार ने पिछले करीब तीन वर्ष में विज्ञापन एवं प्रचार-प्रसार मद में आवंटित 590 करोड़ रूपये की बजटीय राशि में से 207.22 करोड़ रुपये खर्च किए जो आवंटित कुल राशि का करीब 35 प्रतिशत है।
दिल्ली सरकार की लेखा शाखा के सहायक लेखा अधिकारी संजय कुमार आर्य ने सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में बताया, ‘‘ दिल्ली सरकार ने वित्त वर्ष 2017-18 में विज्ञापन एवं प्रचार प्रसार मद में 117.76 करोड़ रूपये खर्च किये जबकि वित्त वर्ष 2018-19 में 45.54 करोड़ रूपये खर्च हुए । ’’ उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2019-20 में 30 नवंबर 2019 तक विज्ञापन एवं प्रसार प्रसार मद में दिल्ली सरकार ने 43.92 करोड़ रूपये खर्च किये ।
दिल्ली सरकार की लेखा शाखा (एकाउंट ब्रांच) से प्राप्त जानकारी के अनुसार, विज्ञापन एवं प्रचार प्रसार मद में वित्त वर्ष 2017-18 में 190 करोड़ रूपये का बजट रखा गया था जबकि 2018-19 में 100 करोड़ रूपये का बजट रखा गया था । वित्त वर्ष 2019-20 के लिये विज्ञापन एवं प्रचार प्रसार मद में 300 करोड़ रूपये का बजट रखा गया है । इस प्रकार दिल्ली सरकार को विज्ञापन एवं प्रचार प्रसार मद में तीन वर्ष में 590 करोड़ रूपये का बजटीय आवंटन हुआ ।
इसमें से 207.22 करोड़ रुपये खर्च किए गए, जो कुल आवंटित राशि का करीब 35 प्रतिशत है । पिछले करीब तीन वर्षों में प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, इंटरनेट मीडिया सहित अन्य माध्यमों से विज्ञापन एवं प्रचार-प्रसार मद में दिल्ली सरकार का खर्च प्रति माह औसतन करीब पौने छह करोड़ रूपये रहा ।
दिल्ली सरकार से पिछले तीन वर्ष में टेलीविजन, समाचारपत्रों, रेडियो सहित विभिन्न माध्यमों से प्रसार प्रसार एवं विज्ञापन मद में आवंटित राशि एवं खर्च का ब्यौरा मांगा था । लेखा विभाग ने हालांकि बताया कि वह टेलीविजन, समाचार पत्र, होर्डिंग, रेडियो, अन्य अभियानों सहित विभागों के हिसाब से ब्यौरा अलग से नहीं रखता है ।