Dry Days in Delhi: विधानसभा चुनाव के कारण दिल्ली में इतने दिनों तक बंद रहेंगी शराब की दुकाने, जानें कब तक रहेगा ड्राई डे
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 22, 2025 10:55 AM2025-01-22T10:55:47+5:302025-01-22T11:38:15+5:30
Dry Days in Delhi: दिल्ली उत्पाद शुल्क आयुक्त द्वारा हाल ही में जारी एक गजट अधिसूचना में उत्पाद शुल्क नियम-2010 के तहत "शुष्क दिवस" घोषित किया गया है।

Dry Days in Delhi: विधानसभा चुनाव के कारण दिल्ली में इतने दिनों तक बंद रहेंगी शराब की दुकाने, जानें कब तक रहेगा ड्राई डे
Dry Days in Delhi: दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव को अब बस कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में दिल्ली में चुनाव संबंधी जरूरी तैयारियां की जा रही है। दिल्ली सरकार ने शहर में शराब की दुकानें और शराब परोसने वाले अन्य प्रतिष्ठानों को तीन से पांच फरवरी तक मतदान के दिन और आठ फरवरी को नतीजे घोषित होने के दिन बंद रखने का आदेश दिया है।
दिल्ली आबकारी आयुक्त द्वारा हाल में जारी एक अधिसूचना में 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के लिए मतदान के दिन और मतगणना के दिन विभिन्न आबकारी लाइसेंसों के लिए आबकारी नियम-2010 के तहत 'शुष्क दिवस' घोषित किया गया है।
अधिसूचना में कहा गया, ‘‘यह आदेश दिया जाता है कि तीन फरवरी को शाम छह बजे से पांच फरवरी को शाम छह बजे तक (मतदान समाप्ति के लिए निर्धारित समय के साथ समाप्त होने वाले 48 घंटों के दौरान) तथा मतगणना के दिन आठ फरवरी को शुष्क दिवस रहेगा।’’
आदेश में कहा गया है कि गैर-स्वामित्व वाले क्लब, स्टार होटल, रेस्तरां और किसी के द्वारा चलाए जाने वाले होटल, भले ही उन्हें शराब रखने और आपूर्ति के लिए विभिन्न श्रेणियों के लाइसेंस जारी किए गए हों, उन्हें भी शराब परोसने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को एक ही चरण में आयोजित किए जाएंगे। नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे।
आम आदमी पार्टी ने पिछले दो विधानसभा चुनावों में भारी अंतर से जीत हासिल की है। 2015 में अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी ने विधानसभा की 70 सीटों में से 67 सीटें जीती थीं। 2020 में पार्टी ने 62 सीटें जीतीं
70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा के लिए 5 फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए 699 उम्मीदवार मैदान में हैं, जो 2020 में चुनाव लड़ने वालों की संख्या से थोड़ा ज़्यादा है। पांच साल पहले, 672 उम्मीदवारों ने दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ा था।
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी 68 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि दो सीटें उसने अपने सहयोगी जनता दल और लोकतांत्रिक जन शक्ति पार्टी के लिए छोड़ी हैं।