दिल्ली पुलिस की ACP ने पति की कोरोना से मौत पर कहा- वे कभी घर से बाहर नहीं गए, खुद को कभी माफ नहीं कर पाऊंगी
By विनीत कुमार | Published: June 17, 2020 08:49 AM2020-06-17T08:49:57+5:302020-06-17T09:02:17+5:30
दिल्ली में पुलिस में एसीपी सुरेंद्रजीत कौर सबसे पहले कोरोना पॉजिटिव पाई गई थीं। इसके बाद ये संक्रमण उनके पति को हुआ। साथ ही सुरेंद्रजीत कौर के पिता भी संक्रमित हुए थे।
दिल्ली पुलिस में एसिस्टेंट कमिश्नर सुरेंद्रजीत कौर ने अपने 54 साल के पति चरणजीत सिंह की कोरोना से दिल्ली के एक अस्पताल में मौत के बाद कहा है कि वे खुद को कभी माफ नहीं कर सकेंगी। उन्होंने कहा, 'मेरे पति लॉकडाउन लगने के बाद कभी घर से बाहर नहीं गए। लेकिन मुझे अपने काम के कारण जाना पड़ता था। मैं खुद को कभी माफ नहीं कर पाऊंगी।'
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार चरणजीत सिंह एक बिजनेसमैन थे और दिल्ली के लाजपत नगर में अपने परिवार के साथ रहते हैं। वे अपने पीछे अपनी पत्नी और 26 साल के बेटे को छोड़ गये हैं। बेटा कनाडा में रहता है।
वहीं, 57 साल की सुरेंद्रजीत एसीपी (महिलाओं के खिलाफ अपराध) हैं और दिल्ली पुलिस के तहत दक्षिण-पूर्व जिले में तैनात हैं। वे जिले में कोविड सेल की भी एसीपी हैं। वे कोरोना पॉजिटिव पाई गई थीं और 5 दिन बाद 20 मई को उनके पति भी संक्रमित पाए गए। इसके बाद 24 मई को एसीपी के 80 साल के पिता भी कोरोना संक्रमित पाए गए। कौर और सिंह को जहां इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया वहीं, पिता को साकेत के मैक्स अस्पताल में भेजा गया।
कौर 26 मई को ठीक होकर घर वापस आ गईं। कौर ने बताया, 'मैंने अपने पति से 22 मई की रात आखिरी बार बात की थी, जब हम दोनों अस्पताल के अलग-अलग वार्ड में भर्ती थे। डॉक्टर ने मुझे बुलाया और बताया कि मेरे पति को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखना होगा। मेरी पति से वीडियो कॉल के जरिए बात हुई थी। उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी और उन्होंने मुझे बताया था कि ऑक्सीजन का स्तर गिर रहा है। उन्होंने मुझे मॉनिटर दिखा, वहां कमरे में मौजूद डॉक्टरों को दिखाया और कहा कि उन्हें बोलने में दिक्कत हो रही है इसलिए व्हाट्सएप मैसेज करेंगे।'
कौर ने बताया कि वेंटिलेटर पर रखे जाने से पहले उनके पति ने कई मैसेज भेजे। कौर ने कहा, 'उन्होंने मुझे हमारे वित्त, खातों का विवरण भेजना शुरू कर दिया। मैंने उसे रोकने के लिए कहा और उससे पूछा कि वह मुझे यह सब क्यों बता रहा है। उन्होंने कहा कि मुझे पता होना चाहिए। शायद उन्हें डर था कि वह वापस नहीं आएंगे। मैंने उनके लिए मंदिरों, मस्जिदों, चर्चों और गुरुद्वारों में हर दिन प्रार्थना की। मैं बर्बाद हो गई हूं कि वह चला गया है। हमने योजना बनाई थी कि मेरे रिटायरमेंट के बाद 2023 में अपने बेटे के साथ रहने के लिए हम कनाडा जाएंगे। हमारी बहुत सारी योजनाएं थीं।'
कौर के भाई महिंद्र अहलुवालिया ने बताया कि अस्पताल ने प्लाजमा थैरेपी से भी कोशिश की लेकिन सिंह ठीक नहीं हो सके। उन्होंने कहा, 'उन्हें बीपी और डायबिटिज था लेकिन वह हमेशा कंट्रोल में था। इसलिए हमें उम्मीद थी कि वे ठीक हो जाएंगे।'
कौर ने बताया कि उनके बेटे ने कनाडा से वीडियो कॉल पर ही अपने पिता की अंतिम यात्रा देखी क्योंकि कोई फ्लाइट आने के लिए उपलब्ध नहीं थी। सिंह का अंतिम संस्कार मंगलवार को करीबी परिवारजन और पुलिस विभाग की ओर से मौजूद कुछ लोगों की मौजूदगी में हो गया।
बता दें कि दिल्ली में कोरोना से अब तक 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है। देश की राजधानी में मंगलवार को कोविड-19 के 1,859 मामले सामने आने के साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 44,000 के पार पहुंच गई। वहीं, मरने वालों की संख्या भी बढ़कर 1,837 हो गई है।