Delhi: राजधानी दिल्ली में शुक्रवार सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब दिल्ली के स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली। 13 दिसंबर को कम से कम चार स्कूलों को बम की धमकी मिली, जिसके कारण उन्हें कक्षाएं स्थगित करनी पड़ीं। अग्निशमन अधिकारी और पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और अब तक कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला है।
इन स्कूलों में पश्चिम विहार में भटनागर इंटरनेशनल स्कूल, श्री निवास पुरी में कैम्ब्रिज स्कूल और ईस्ट ऑफ कैलाश में डीपीएस अमर कॉलोनी शामिल हैं। अग्निशमन विभाग, पुलिस और बम निरोधक दल, डॉग स्क्वॉड के साथ सभी स्कूलों में पहुंच गए हैं और जांच कर रहे हैं।
स्कूलों के अधिकारियों ने अभिभावकों को संदेश भेजा है कि वे अपने बच्चों को कक्षाओं में न भेजें। दिल्ली पुलिस के अनुसार, सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के 44 स्कूलों को ईमेल के माध्यम से इसी तरह की “झूठी” धमकियां मिलने के बाद, एक सप्ताह में यह दूसरी बम धमकियां हैं। पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद धमकियों को “झूठी” घोषित किया, जिसमें उन्हें कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
सोमवार को जिन स्कूलों को धमकियां मिलीं, उनमें आरके पुरम का डीपीएस, पश्चिम विहार का जीडी गोयनका पब्लिक स्कूल, मदर मैरी स्कूल, ब्रिटिश स्कूल, सलवान पब्लिक स्कूल और कैम्ब्रिज स्कूल शामिल हैं।
स्कूलों को मिले धमकी भरे मेल में लिखा था, "मैंने (स्कूल) इमारतों के अंदर कई बम लगाए हैं। बम छोटे हैं और बहुत अच्छी तरह से छिपाए गए हैं। इससे इमारत को ज़्यादा नुकसान नहीं होगा, लेकिन बम फटने पर कई लोग घायल हो जाएँगे। अगर मुझे 30,000 डॉलर नहीं मिले तो मैं बम विस्फोट कर दूँगा।"
जानकारी के मुताबिक धमकी भरे मेल का आईपी एड्रेस न्यूयॉर्क के यूरिका का था। मामले की साइबर जांच में शामिल एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "ईमेल भेजने के लिए एक प्रॉक्सी सर्वर का इस्तेमाल किया गया था। प्रॉक्सी सर्वर एक कंप्यूटर सर्वर होता है जो किसी दूसरे सिस्टम को किसी दूसरे नेटवर्क सेवा से अप्रत्यक्ष नेटवर्क कनेक्शन का उपयोग करने की सुविधा देता है।"
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने शहर में कानून-व्यवस्था को लेकर केंद्र की आलोचना करते हुए कहा था कि गृह मंत्रालय, जिसके अधीन दिल्ली पुलिस काम करती है, सुरक्षा सुनिश्चित करने की "एकमात्र जिम्मेदारी" निभाने में विफल रहा है।