जन शताब्दी एक्सप्रेस में सफर कर रहा था शख्स, बीच रास्ते में फोन पर आई कोरोना की रिपोर्ट, 20 लोग क्वारंटाइन
By विनीत कुमार | Published: June 23, 2020 10:20 AM2020-06-23T10:20:20+5:302020-06-23T10:20:20+5:30
देहरादून जन शताब्दी एक्सप्रेस में यात्रा के दौरान एक शख्स को खुद के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी फोन पर मैसेज के जरिए मिली। इसके बाद ट्रेन में अफरातफरी मच गई।
देहरादून जन शताब्दी में सफर करने वाले यात्रियों के बीच उस समय अफरातफरी मच गई जब एक शख्स कोरोना पॉजिटिव मिला। इसके बाद 20 अन्य सहयात्रियों को क्वारंटाइन किया गया है। दरअसल, पॉजिटिव पाए गए यात्री को अपनी ट्रेन यात्रा के दौरान ही ये मैसेज मिला कि उसे कोरोना है। घटना रविवार की है। इसके बाद इन 20 यात्रियों को क्वारंटाइन किया गया है। अधिकारियों ने ये जानकारी दी है।
कोरोना होने की जानकारी मिलने के तत्काल बाद शख्स ने कंट्रोल रूम को फोन किया और खुद के पॉजिटिव पाए जाने की जानकारी दी। साथ में यात्रा कर रहे कुछ लोगों के अनुसार उन्होंने शख्स को फोन पर खुद के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी देते हुए सुना। इसके बाद अफरातफरी मच गई।
हरिद्वार जीआरपी स्टेशन हाउस अफसर (एसएचओ) अनुज सिंह ने सोमवार को बताया कि पॉजिटिव पाया गया शख्स नोएडा में एक बैट्री बनाने वाली फैक्ट्री में काम करता है। शख्स की टेस्ट की रिपोर्ट आनी अभी बाकी थी। इसके बावजूद उसने रविवार दोपहर को गाजियाबाद से देहरादून की ट्रेन पकड़ी। शख्स मूल रूप से उत्तराखंड में ऋषिकेश के श्यामपुरी का रहने वाला है।
बहरहाल, जानकारी मिलने के बाद इस व्यक्ति को हरिद्वार में मेला अस्पताल के आइसोलेशनल वार्ड में रखा गया है। इसके अलावा उसके 20 अन्य सहयात्रियों को क्वारंटाइन में रखा गया है। सहयात्रियों को अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार पॉजिटिव होने की जानकारी मिलने के बाद शख्स ने टॉल फ्री नंबर के जरिए फोन कर इस बार में जानकारी दी। उस समय ट्रेन हरिद्वार जिले में रुड़की स्टेशन के करीब थी। अधिकारियों ने बताया कि शख्स में कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे।
इस बीच रेलवे ने गाजियाबाद में अधिकारियों से पूछा है कि जिस शख्स की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आनी बाकी थी, उसे कैसे ट्रेन में चढ़ने की इजाजत दी गई। इस शख्स का सैंपल टेस्ट के लिए नोएडा में फैक्ट्री से ही लिया गया था। इसके बाद नियम के अनुसार रिपोर्ट आने तक उसे क्वारंटाइन में रहना था।