महाराष्ट्र में गतिरोधः कैसे बने सरकार, सोनिया गांधी से मिलने पहुंचे शरद पवार, शिवसेना-राकांपा और कांग्रेस में गठजोड़
By सतीश कुमार सिंह | Published: November 18, 2019 05:14 PM2019-11-18T17:14:58+5:302019-11-18T18:05:01+5:30
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने कहा है कि उसके प्रमुख शरद पवार महाराष्ट्र में सरकार गठन पर चर्चा के लिए सोमवार को कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की।
महाराष्ट्र में गतिरोध जारी है। इस बीच राकांपा प्रमुख शरद पवार सोनिया गांधी से मिलने उनके 10 जनपथ स्थित आवास पहुंचे। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने कहा है कि उसके प्रमुख शरद पवारमहाराष्ट्र में सरकार गठन पर चर्चा के लिए सोमवार को कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की।
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने महाराष्ट्र में सरकार गठन के मुद्दे पर चर्चा के लिये कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की। महाराष्ट्र में सरकार गठन की कवायद के बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार सोमवार शाम को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया के आवास पहुंचे जहां दोनों साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर चर्चा कर सकते हैं।
सूत्रों का कहना है कि सोनिया और पवार की इस मुलाकात के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन की सरकार के गठन से जुड़ी तस्वीर साफ हो सकती है। शिवसेना ने कहा है कि तीनों पार्टियां साझा न्यूनतम कार्यक्रम पर सहमत हो गई हैं और जल्द सरकार बन जाएगी।
महाराष्ट्र में 24 अक्टूबर को ही रिजल्ट आ गया। लेकिन अभी तक सरकार का गठन नहीं किया गया। राज्यपाल ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया है। भाजपा-शिवसेना भले ही एक साथ चुनाव लड़ थे लेकिन सीएम पद को लेकर दोनों दल अलग हो गए है। अब शिवसेना-कांग्रेस और राकांपा मिलकर सरकार बनाने की संभावना तलाश रहे हैं।
भाजपा के साथ अपना गठबंधन टूटने के बाद शिवसेना समर्थन के लिए कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के पास गई थी। भगवा गठबंधन ने 288 सदस्यीय विधानसभा में क्रमश: 105 और 56 सीटें जीतने के बाद आसानी से बहुमत हासिल कर लिया था। कांग्रेस और राकांपा ने क्रमश: 44 और 54 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
Delhi: Nationalist Congress Party (NCP) President Sharad Pawar arrives to meet Congress Interim President Sonia Gandhi at her residence. pic.twitter.com/6024RAyXlf
— ANI (@ANI) November 18, 2019
राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक ने यहां पवार के आवास पर पार्टी की कोर कमेटी की बैठक के बाद रविवार की शाम को यह घोषणा की। मलिक ने कहा कि कोर कमेटी का विचार था कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन समाप्त होना चाहिए और राज्य में एक ‘‘वैकल्पिक सरकार’’ का गठन किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री पद के बंटवारे को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच चली खींचतान के बाद राकांपा, शिवसेना के साथ संभावित गठबंधन के लिए अपनी सहयोगी कांग्रेस के साथ बात कर रही है। मलिक ने कहा, ‘‘हमने राज्य की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की और हम इस नतीजे पर पहुंचे कि राष्ट्रपति शासन समाप्त होना चाहिए और एक वैकल्पिक सरकार का गठन किया जाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘शरद पवार और सोनिया गांधी सोमवार को मुलाकात करेंगे और महाराष्ट्र में वैकल्पिक सरकार के गठन की संभावना पर चर्चा करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मंगलवार को, राकांपा और कांग्रेस के (अन्य) नेता मुलाकात करेंगे और भविष्य की रणनीति पर विचार-विमर्श करेंगे।’’
दो घंटे से अधिक समय तक चली राकांपा की कोर कमेटी की बैठक में जयंत पाटिल, दिलीप वाल्से पाटिल, छगन भुजबल, अजित पवार, सुप्रिया सुले, सुनील तटकरे, धनंजय मुंडे और अन्य ने भाग लिया। इस बीच, कांग्रेस के नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि, ‘‘हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा एक साथ आ सकते हैं।’’
पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा, ‘‘शिवसेना और कांग्रेस के नेताओं के बीच कल एक बैठक होगी। हम पता लगाएंगे कि हम आगे बढ़ सकते हैं या नहीं।’’ किसी भी पार्टी या गठबंधन के सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करने के बाद महाराष्ट्र में 12 नवम्बर को राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था।