Cyclone Nisarga: दस नाविकों को बचाया गया, अलीबाग में पेड़ और बिजली के खंभे धराशायी, सीएम ने राहत पर ध्यान दें

By भाषा | Published: June 3, 2020 06:07 PM2020-06-03T18:07:48+5:302020-06-03T18:07:48+5:30

चक्रवात के प्रभाव से महाराष्ट्र के कई इलाकों में भारी वर्षा जारी है। गुजरात में भी अलर्ट कर दिया गया है। पीएम लगातार दोनों राज्य के मुख्यमंत्री से बात कर रहे हैं। गृह मंत्रालय के अधिकारी लगातार नजर रखे हुए हैं।

Cyclone Nisarga Ten sailors rescued, trees and electric poles razed in Alibaug, CM takes note of relief | Cyclone Nisarga: दस नाविकों को बचाया गया, अलीबाग में पेड़ और बिजली के खंभे धराशायी, सीएम ने राहत पर ध्यान दें

मुम्बई, ठाणे, रायगढ़, पालघर, रत्नागिरि और सिधुदर्ग जिले इस भयंकर चक्रवाती तूफान से प्रभावित हुए हैं। (photo-ani)

Highlightsअधिकारी ने कहा कि पोत को रत्नागिरी के मिरया बंदर क्षेत्र से देखा गया और उसे तट पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। ज्वार भाटे और भारी बारिश के कारण पोत मिरकवाड़ा के तट के पास चला गया था जहां से नाविकों को सुरक्षित बचा लिया गया।

मुंबईः चक्रवाती तूफान निसर्ग के कारण महाराष्ट्र में रत्नागिरि के तट के पास फंसे हुए एक पोत से बुधवार को कम से कम दस नाविकों को बचा कर निकाला गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

अधिकारी ने कहा कि पोत को रत्नागिरी के मिरया बंदर क्षेत्र से देखा गया और उसे तट पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ज्वार भाटे और भारी बारिश के कारण पोत मिरकवाड़ा के तट के पास चला गया था जहां से नाविकों को सुरक्षित बचा लिया गया।

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को राज्य प्रशासन को (बचाव एवं राहत) अभियान के लिए अपनी तैयारी बनाये रखने और ‘निसर्ग’ के मुम्बई और ठाणे से उत्तरी महाराष्ट्र की ओर बढ़ने के साथ ही तत्काल राहत कार्य सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि ठाकरे निसर्ग के प्रभाव के बारे में नवीनतम सूचनाएं प्राप्त करने के लिए पश्चिम तट के जिलों के जिलाधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं। मुम्बई, ठाणे, रायगढ़, पालघर, रत्नागिरि और सिधुदर्ग जिले इस भयंकर चक्रवाती तूफान से प्रभावित हुए हैं।

यह तूफान रायगढ़ जिले में पहुंचा और उस दौरान 100-110 किलोमीटर प्रति घंटे से लेकर 102 किलोमीटर प्रति घटें की रफ्तार से आंधी चल रही थी। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया,‘‘ मुख्यमंत्री ने (बचाव एवं राहत) अभियान के लिए अपनी तैयारी बनाये रखने और चक्रवात के मुम्बई और ठाणे से उत्तरी महाराष्ट्र की ओर बढ़ने के साथ ही तत्काल राहत कार्य सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।’’

मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि ठाकरे बृहन्मुम्बई महानगरपालिका के आयुक्त इकबाल सिंह चहल तथा वार्ड के अधिकारियों के साथ निरंतर संपर्क में हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए निर्देश जारी कर रहे हैं कि चक्रवात से कम से कम नुकसान हो। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार भी जिलाधिकारियों से बातचीत करके ठाणे, रायगढ़, पालघर, रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग जिलों की स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। उनके कार्यालय से जारी बयान के अनुसार उन्होंने तूफान के पूरी तरह कमजोर पड़ जाने तक चौकसी बनाये रखने की अपील की है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार चक्रवात निसर्ग बुधवार को रायगढ़ जिले में अलीबाग के समीप महाराष्ट्र तट पर पहुंचा। उसने एक बयान में कहा कि इस तूफान का दाहिना हिस्सा महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्र खासकर रायगढ़ जिले से गुजरेगा। वह क्रमिक रूप से अगले तीन घंटे में मुम्बई और ठाणे जिलों में कदम रखेगा। 

चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ अलीबाग के पास पहुंचा, पेड़ और बिजली के खंभे धराशायी

चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ , महाराष्ट्र के तट पर अलीबाग के पास पहुंच गया है जिसके चलते 110 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक गति से हवाएं चल रही हैं, भारी वर्षा हो रही है और कई पेड़ तथा बिजली के खंभे धराशायी हो गए हैं। यह जानकारी रायगढ़ जिले के एक अधिकारी ने दी। जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने कहा कि चक्रवात से रायगढ़ से 87 किलोमीटर दूर श्रीवर्धन का दिवे आगर क्षेत्र प्रभावित हुआ है। कलेक्टर ने कहा, ‘‘तेज हवाओं से श्रीवर्धन और अलीबाग में कई पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए हैं।’’

उन्होंने कहा कि अभी तक 13,541 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने (रायगढ़ में) तटीय क्षेत्र के पास के पांच किलोमीटर के दायरे में आने वाले 62 गांवों की पहचान की है और वहां अतिरिक्त एहतियात बरत रहे हैं।’’ उन्होंने लोगों से अपील की वे अपनी सुरक्षा के लिए बृहस्पतिवार सुबह तक घरों के भीतर ही रहें। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, चक्रवात के मुंबई से 95 किलोमीटर दूर अलीबाग के पास पहुंचने की प्रक्रिया अपराह्न करीब साढ़े 12 बजे आरंभ हो गई थी।

आईएमडी ने एक बयान में कहा, ‘‘घने बादलों का दाहिना हिस्सा महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्र, खासकर रायगढ़ जिले से होकर गुजर रहा है। यह आगामी तीन घंटे में मुंबई और ठाणे जिलों में प्रवेश करेगा।’’ इस बीच कलेक्टर ने कहा कि गिरे हुए पेड़ों और बिजली के खंभों को अगले कुछ दिनों में हटा दिया जाएगा और नये खंभे लगाये जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘रायगढ़ के केवल तटीय क्षेत्र ही नहीं बल्कि रोहा, ताला, सुधागढ़, खालापुर, मानगांव, पनवेल और पोलादपुर जैसे इलाकों के निवासियों को भी पूरी तरह सतर्क रहना होगा।’’ 

मुंबई में तेज हवाओं की वजह से गिरा इमारत का सीमेंट निर्मित हिस्सा, तीन घायल

उपनगर सांताक्रूज में तेज हवाओं की वजह से एक निर्माणाधीन इमारत का सीमेंट से बना हिस्सा , इससे लगी चाल की झोपड़ियों के ऊपर बुधवार को गिर गया। इस घटना में एक ही परिवार के तीन सदस्य घायल हो गए। सांताक्रूज (पूर्व) के दावरी नगर क्षेत्र में सुबह 11 बजकर करीब 30 मिनट पर यह घटना हुई और इसमें तीन झोपड़े क्षतिग्रस्त हो गए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घायलों की पहचान 15 वर्षीय विराज पास्ते, 43 वर्षीय संतोष पास्ते, 45 वर्षीय संजय पास्ते के रूप में हुई है।

चाल में रहनेवाले एक व्यक्ति ने कहा कि वह अपने कमरे के भीतर बैठा था और उसी दौरान उसने किसी चीज के गिरने और लोगों के चीखने की आ‍वाजें सुनी। उसने कहा, ‘‘ हम लोग भागकर पास्ते के घर गए और सभी को अस्पताल पहुंचाया।’’ उसने बताया कि निर्माणाधीन 13 मंजिला इमारत से, इससे पहले भी लोहे की छड़ें गिर चुकी हैं। वहीं यहां रहने वाले एक व्यक्ति ने इस घटना के लिए बिल्डर के खिलाफ प्राथमिक दर्ज करने की मांग की है। चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के मद्देनजर मुंबई को अलर्ट पर रखा गया है और यह चक्रवात दोपहर में यहां से 95 किलोमीटर दूर अलीबाग पहुंचा है। 

मुंबई 72 साल में पहली बार कर रहा है चक्रवात का सामना

चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ बुधवार दोपहर महाराष्ट्र तट पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ पहुंचा। ऐसे में मुंबई और इसके पड़ोसी इलाके इसका सामना करने के लिये तैयार हैं। साथ ही, इससे पहले एहतियाती उपाय के तहत इसके मार्ग से हजारों लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, ट्रेनों के कार्यक्रम में बदलाव किया गया, उड़ानें रद्द की गई, मछुआरों को समुद्र से बाहर आने का आदेश दिया गया और बचाव कर्मियों को तैयार रखा गया।

अधिकारियों ने कहा कि यह तूफान अरब सागर से आया और यह दोपहर करीब साढ़े बारह बजे तटीय शहर अलीबाग पहुंचा तथा शाम चार बजे तक वहां इसका प्रभाव रहेगा। अमेरिका स्थित कोलंबिया विश्वविद्यालय के वायुमंडलीय विज्ञान के एक प्राध्यापक एडम सोएबेल ने ट्वीट किया कि मुंबई कोविड-19 महामारी से निपटने के लिये पहले से संघर्ष कर रहा है और ऐसे में 72 वर्षों में पहली बार एक चक्रवात इस महानगर में आएगा। इससे पहले उन्होंने कहा था कि आखिरी बार एक प्रचंड चक्रवात 1891 में मुंबई में आया था लेकिन बुधवार को उन्होंने इसमें सुधार करते हुए कहा कि इस महानगर में 1948 में चक्रवात आया था। भारतीय मौसम विभाग मुंबई के मौसम विज्ञान उप महानिदेशक के. एस. होसालिकर ने कहा, ‘‘चक्रवात के अलीबाग के दक्षिण के नजदीक से प्रचंड चक्रवाती तूफान के रूप में गुजरने की संभावना है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उस वक्त, इसकी रफ्तार 100-110 किमी प्रति घंटा की रफ्तार रहने की संभावना है।’’

अलीबाग मुंबई से करीब 110 किमी दूर स्थित एक छोटा शहर है, जहां कई किले और मंदिर हैं। वहां बॉलीवुड के कई कलाकार भी रहते हैं। चक्रवात अम्फान के पश्चिम बंगाल में तबाही मचाने के हफ्ते भर बाद निसर्ग तूफान आया है, जो महाराष्ट्र के अलावा गुजरात तट को भी प्रभावित कर सकता है। होसालिकर ने कहा कि मुंबई, ठाणे, रायगढ़ और पालघर में 100 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। मौसम विभाग ने कहा कि तूफान की रफ्तार 120 किमी प्रति घंटा तक भी बढ़ सकती है। तटीय जिलों में तेज हवा के साथ-साथ भारी बारिश भी होगी। विभाग ने कहा कि तूफान से कच्चे मकान, पेड़, बिजली के खंभे गिर सकते हैं। मुंबई के उपनगर विले पारले में 1948 से रह रही पुणे की सुचेता नंदकर्णी (81) ने कहा, ‘‘मुझे याद है कि उस चक्रवात में हमारे इलाके में बड़े पेड़ उखड़ गये थे और हमारे बगीचे के पौधे नष्ट हो गये थे’’ उन्होंने पीटीआई भाषा से कहा, ‘‘मैं उस वक्त 10 साल की थी।’’

 

Web Title: Cyclone Nisarga Ten sailors rescued, trees and electric poles razed in Alibaug, CM takes note of relief

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