Cyclone Nisarga: तूफान नहीं तबाही है 'निसर्ग', 129 साल बाद मुंबई पर मंडरा रहा महा चक्रवात का सबसे बड़ा खतरा, फोन चार्ज रखें, बत्ती और गैस करें ऑफ...
By गुणातीत ओझा | Published: June 3, 2020 04:09 PM2020-06-03T16:09:13+5:302020-06-03T16:09:13+5:30
अरब सागर से उठा डीप डिप्रेशन मंगलवार को चक्रवाती तूफान में बदल गया। महाराष्ट्र और गुजरात के तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है। जो आज बुधवार को कुछ ही घंटों में महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तटों से टकराएगा।
मुंबई। चक्रवात तूफान ‘निसर्ग’ महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के अलीबाग में दस्तक दे चुका है। सुबह से ही अलीबाग में तेज हवाएं और बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के मुताबिक 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं। तूफान के खतरे को देखते हुए तटीय इलाकों से लोगों को निकाला जा चुका है। ट्रेनों के समय में परिवर्तन किया गया , उड़ानें रद्द की गई , मछुआरों को समुद्र में ना जाने का आदेश दिया गया और राहत कर्मी तैनात किए गए हैं। बीएमसी का कहना है कि अपने अपने फोन चार्ज रखें और गैस और घर की बत्ती बंद कर दें।
• मुंबई के अलीबाग में दोपहर एक बजे के बाद तूफान निसर्ग का लैंडफॉल शुरू हुआ।
• सुबह से ही मुंबई में तेज बारिश और हवाएं चलना शुरू हो गई हैं।
• गेटवे ऑफ इंडिया के पास हवाएं इतनी तेज़ हैं कि पुलिस की बैरिकेडिंग भी वहां गिर गई।
129 साल बाद मुंबई में ऐसा तूफान
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 129 साल बाद मुम्बई में चक्रवात आ रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चक्रवात ‘निसर्ग’ मुम्बई से करीब 190 किलोमीटर दूर अरब सागर पर मंडरा रहा है और उसके बुधवार दोपहर एक बजे से शाम चार बजे के बीच तटीय शहर अलीबाग पहुंचने की आशंका है। विभाग की मुम्बई इकाई के उप महानिदेशक के. एस. होसालिकर ने बताया कि चक्रवात अलिबाग के दक्षिण के पास से 100-110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गुजरेगा और इस दौरान 120 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से हवाएं चलेंगी। उन्होंने ट्वीट किया कि ‘निसर्ग’ आज तीन जून को सुबह साढ़े पांच बजे अलीबाग से 165 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में और मुम्बई से 215 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में अरब सागर पहुंचेगा।
Wind is picking up along the coast.Ratnagiri recorded 55 kmph at 08:30 IST.Squally wind reaching 55-65 kmph gusting to 75 kmph prevails along&off Konkan coast. It'll gradually increase becoming 100-110 kmph gusting to 120 kmph in afternoon during landfall time:IMD #NisargaCyclonepic.twitter.com/eAT9g9yXf5
— ANI (@ANI) June 3, 2020
120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी
तूफान महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के अलीबाग के दक्षिण से 100-110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से गुजरेगा और इस दौरान 120 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि मुम्बई में 20 से 40 मिलीमीटर बारिश हुई जबकि पिछले 12 घंटे में कई स्थानों पर हल्की बारिश हुई है। उन्होंने एक बार फिर मुम्बई और ठाणे, रायगढ़ तथा पालघर जैसे पड़ोसी जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा, ‘‘ चक्रवात के मद्देनजर आज तीन जून को मुम्बई, ठाणे, रायगढ़ और पालघर में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। तेज हवाएं चलेंगी, समुद्र में काफी तेज लहरें उठेंगी।’’
कई ट्रेनें रद, हवाई उड़ानें डायवर्ट
इस बीच, मध्य रेलवे ने मुम्बई से कुछ ट्रेनों के मार्गों को बदला और कुछ के समय में परिवर्तन किया गया है। मध्य रेलवे (सीआर) ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मुम्बई से चलने वाली पांच विशेष ट्रनों का समय बदला गया है और तीन विशेष ट्रेनों के मार्ग को बदला जाएगा। उसने कहा कि बदलाव के बाद एलटीटी- गोरखपुर विशेष अब सुबह 11 बजकर 10 मिनट की बजाय रात आठ बजे रवाना होगी। एलटीटी- तिरुवनंतपुरम विशेष सुबह 11 बजकर 40 की बजाय शाम छह बजे और एलटीटी-दरभंगा विशेष दोपहर सवा 12 की बजाय रात साढ़े आठ बजे रवाना होगी। इसके अलावा एलटीटी-वाराणसी विशेष दोपहर 12 बजकर 40 मिनट की बजाय रात नौ बजे और सीएसएमटी-भुवनेश्वर विशेष दोपहर तीन बजकर पांच मिनट की बजाय रात आठ बजे छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से रवाना होगी। सीआर ने कहा कि बुधवार को सुबह साढ़े 11 बजे आने वाली पटना-एलटीटी विशेष और दोपहर सवा दो बजे आने वाली वाराणसी-सीएसएमटी विशेष के मार्ग को बदला जाएगा और वे समय से पहले यहां पहुंचेंगी। उसने कहा कि चार बजकर 40 मिनट पर आने वाली तिरुवनंतपुरम-एलटीटी विशेष का मार्ग पुणे से परिवर्तित किया जाएगा और वह लोकमान्य तिलक टर्मिनस (एलटीटी) पर समय से पहले पहुंचेगी।
महाराष्ट्र के बाद गुजरात में दस्तक देगा तूफान
मौसम विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को बताया था कि अरब सागर में कम दबाव के के क्षेत्र के कारण चक्रवाती तूफान निसर्ग के और प्रबल होने की संभावना है जो बुधवार दोपहर उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तट पर पहुंचेगा और इसे पार कर जाएगा। महाराष्ट्र्र और गुजरात ने आपदा से मुकाबले के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दलों को तैनात कर दिया है और जिन क्षेत्रों के चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका है वहां से लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। कोविड-19 महामारी के संकट से पहले से ही जूझ रहे दोनों पश्चिमी राज्यों ने चक्रवात से मुकाबले के लिए कमर कस ली है।
पीएम मोदी ने महाराष्ट्र और गुजरात के मुख्यमंत्रियों से की बात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को इन दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत कर उन्हें केंद्र द्वारा हरसंभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया था। पालघर तट के पास समुद्र में मौजूद मछली पकड़ने की सभी नौकाएं भी वापस लौट आई हैं। अधिकारी ने बताया कि पालघर से कम से कम मछली पकड़ने की 577 नौकाएं समुद्र में गईं थी और सोमवार शाम तक 564 वापस आई थीं। जिला आपदा नियंत्रण प्रमुख विवेकानंद कदम ने कहा कि तटरक्षक, नौसेना और मत्स्य विभाग से मदद मांगी गई और शेष 13 नौकाएं भी मंगलवार देर शाम किनारे पर लौट आईं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को कहा था कि चक्रवाती तूफान के मद्देनजर एनडीआरएफ के 15 और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के चार दलों को तटीय जिलों के विभिन्न हिस्सों में तैनात किया गया है।