Cyclone Nisarga: चक्रवात निसर्ग से महाराष्ट्र में तीन लोगों की मौत, सीएम ठाकरे ने कहा- अधिकारियों और लोगों ने दिखाया जज्बा
By भाषा | Published: June 4, 2020 05:38 AM2020-06-04T05:38:07+5:302020-06-04T05:38:07+5:30
Cyclone Nisarga: भारतीय मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चक्रवात ‘निसर्ग’ बुधवार दोपहर महाराष्ट्र तट पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ पहुंचा।
मुंबईः चक्रवात निसर्ग बुधवार को मुंबई के करीब तक पहुंचा लेकिन कोविड-19 महामारी से जूझ रहे महानगर को इसने प्रभावित नहीं किया और शाम में यह कमजोर भी पड़ गया। हालांकि, इसके चलते तीन लोगों की मौत हो गई और इतने ही लोग घायल भी हुए हैं जबकि रायगढ़ और पालघर जिलों में तूफान के चलते पेड़ उखड़ गये।
भारतीय मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चक्रवात ‘निसर्ग’ बुधवार दोपहर महाराष्ट्र तट पर 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ पहुंचा। यह अरब सागर से आया और दोपहर करीब साढ़े बारह बजे रायगढ़ जिले में स्थित अलीबाग में इसने दस्तक देना शुरू किया। यह प्रक्रिया दोपहर ढाई बजे पूरी हुई।
अधिकारी ने बताया कि चक्रवात के अगले छह घंटों में हवा के कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील होने की उम्मीद है और फिलहाल यह महाराष्ट्र के पुणे के ऊपर मौजूद है। गुजरात के तटीय जिलों सहित मुंबई-वासियों और पड़ोसी इलाकों के लोगों ने चक्रवात का मुकाबला करने के लिये तैयारियां कर रखी थी, लेकिन प्रभावित इलाकों में नुकसान के रूप में केवल पेड़ उखड़ने के कारण अधिक क्षति नहीं होने से लोगों ने राहत की सांस ली।
गुजरात में चक्रवात से कोई नुकसान नहीं
गुजरात के दक्षिणी तटीय इलाकों में चक्रवात निसर्ग की वजह से कोई बड़ा नुकसान होने की खबर नहीं है। प्रदेश के राहत आयुक्त हर्षद पटेल ने कहा कि गनीमत रही कि चक्रवात बिना जानमाल के किसी बड़े नुकसान के गुजर गया। इस बीच, असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकार (एएसडीएमए) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार गोलपाड़ा जिले के लखीपुर में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
इसके अलावा गोलपाड़ा,नागांव,होजई और कछार जिलों के कम से कम 1.45 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित गोलपाड़ा जिला है जहां 1.16 लाख लोग मुसीबत का सामना कर रहे हैं। इसके बाद होजई में 22,500 से अधिक और नागांव में 5,650 लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। मंगलवार तक तीनों जिलों में करीब 1.56 लाख लोग प्रभावित थे।
एएसडीएमए ने कहा कि एसडीआरएफ ने पिछले 24 घंटे में गोलपाड़ा में छह लोगों को बचाया है। वर्तमान में 212 गांवों में पानी भरा है और 22,718 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को नुकसान पहुंचा है। इसने कहा कि अधिकारी तीन जिलों में 21 राहत शिविर और वितरण केंद्र चला रहे हैं, जहां वर्तमान में 2,913 लोग शरण लिए हुए हैं।
महाराष्ट्र के लोगों ने दिखाया जज्बा: उद्धव ठाकरे
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कहा कि लोगों और अधिकारियों द्वारा दिखाए गए हिम्मत और जज्बे के कारण चक्रवाती तूफान निसर्ग के खतरे से निपटने में सहायता मिली। ठाकरे ने कहा कि तटीय कोंकण और कुछ अन्य क्षेत्रों से नुकसान की खबर प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि चक्रवात के कारण हुए नुकसान की समीक्षा के लिए जांच करने के आदेश दे दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने एक वक्तव्य में कहा, “लोगों द्वारा प्रदर्शित की गई एकता महाराष्ट्र को इस संकट से उबार लेगी।” उन्होंने चक्रवात से हुई मौतों पर भी दुख प्रकट किया। ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र पर मुंबई की मुम्बादेवी और पंढरपुर के विट्ठल का आशीर्वाद है। उन्होंने चक्रवात के दौरान काम करने वाले निकाय अधिकारियों, जिला प्रशासकों, आपदा प्रबंधन अधिकारियों और चिकित्सकों को धन्यवाद दिया।