चक्रवात ‘जवाद’ के लिए आंध्र प्रदेश और ओडिशा तैयार, तटीय इलाकों को खाली कराना शुरू, पुरी पहुंचने से पहले कमजोर होने का अनुमान
By विशाल कुमार | Published: December 4, 2021 12:36 PM2021-12-04T12:36:34+5:302021-12-04T12:41:27+5:30
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक बयान में बताया कि शनिवार को सुबह पांच बजकर 30 मिनट पर चक्रवाती तूफान आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के दक्षिण पूर्व से 230 किलोमीटर और ओडिशा के पुरी के दक्षिण-दक्षिण पूर्व से 410 किलोमीटर दूर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर केंद्रित है।
नई दिल्ली: चक्रवाती तूफान ‘जवाद’ के ओडिशा के पुरी में रविवार को दस्तक देने से पहले कमजोर होकर गहरे दबाव में बदलने की संभावना है। यह तूफान फिलहाल पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक बयान में बताया कि शनिवार को सुबह पांच बजकर 30 मिनट पर चक्रवाती तूफानआंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के दक्षिण पूर्व से 230 किलोमीटर और ओडिशा के पुरी के दक्षिण-दक्षिण पूर्व से 410 किलोमीटर दूर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर केंद्रित है।
विभाग ने बताया कि इसके कमजोर होकर अगले 12 घंटे में उत्तर और उत्तर-उत्तर पश्चिम की तरफ ओडिशा की ओर बढ़ने तथा पुरी के निकट और आसपास पांच दिसंबर को दोपहर में गहरे दबाव के रूप में पहुंचने का अनुमान है।
विभाग ने कहा कि इसके साथ ही श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम के आसपास के क्षेत्रों में आज बारिश की गतिविधि बढ़ जाएगी। पश्चिम बंगाल में भी आज और कल बारिश हो सकती है। आंध्र प्रदेश साफ रहेगा और उत्तर ओडिशा में 5 दिसंबर को बारिश हो सकती है।
इसको देखते हुए लोग पुरी बीच इलाके से अपनी अस्थायी दुकानें और सामान हटाने लगे हैं और पुलिस ने भी तेजी से कार्यवाही शुरू कर दी है.
पुरी के पुलिस अधीक्षक विशाल सिंह ने कहा कि लोगों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। पुरी समुद्र तट पर मौजूद सभी लोगों को क्षेत्र खाली करने के लिए कहा गया है। पुरी में आश्रय गृह स्थापित किए गए हैं, सभी से अनुरोध है कि चक्रवात जवाद पर सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करें.
The safety of the people is our topmost priority. Everyone present at the Puri beach has been asked to vacate the area. Shelter homes have been established in Puri; all are requested to follow government guidelines on #CycloneJawad: Puri SP Kanwar Vishal Singh pic.twitter.com/wtyFyApIVR
— ANI (@ANI) December 4, 2021
वहीं, पुरी के जिलाधिकारी समर्थ वर्मा ने कहा कि संवेदनशील इलाकों से लोगों को निकालने का काम जारी है। चक्रवात के बाद बिजली और पेयजल आपूर्ति जैसी सेवाओं की बहाली के लिए टीमें तैयार हैं। चक्रवात आश्रयों में रहने वालों को गर्म भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
वहीं इसके बाद तूफान के और कमजोर होकर आगे उत्तर उत्तर पूर्व की तरफ ओडिशा तट से पश्चिम बंगाल तट की तरफ बढ़ने का अनुमान है। इस चक्रवाती तूफान का नाम ‘जवाद’ सऊदी अरब ने प्रस्तावित किया है।
विभाग ने बताया कि 30 नवंबर को अंडमान सागर के ऊपर निम्न दबाव का क्षेत्र बना था। दो दिसंबर को यह दबाव में बदल गया और इसके बाद यह शुक्रवार सुबह गहरे दबाव में तथा शुक्रवार दोपहर को यह चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया।
इस संबंध में आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिलों में शनिवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं ओडिशा के गजपति, गंजाम, पुरी, जगतसिंहपुर जिलों के लिए भी रेड अलर्ट जारी है। विभाग ने पश्चिम बंगाल के दूरदराज इलाकों में शनिवार और रविवार को भारी से भारी बारिश की आशंका जताई है।
वहीं, असम, मेघालय और त्रिपुरा के दूरदराज इलाकों में सोमवार को भारी बारिश की आशंका जताई गई है। शुक्रवार से रविवार तक मध्य और उत्तर बंगाल की खाड़ी में मछुआरों के लिए समुद्र में जाना सुरक्षित नहीं है।