Cyclone Amphan: अम्फान से बंगाल में 10 लोगों की मौत, ममता बनर्जी ने कहा- कोरोना से है बड़ी आपदा, राजनीति भूलकर केंद्र करे मदद
By रामदीप मिश्रा | Published: May 21, 2020 07:46 AM2020-05-21T07:46:16+5:302020-05-21T07:46:16+5:30
Super Cyclone Amphan: पश्चिम बंगाल तट पर पहुचने के समय चक्रवात के केंद्र के पास हवा की गति 160-170 किमी प्रति घंटे थी। उत्तरी 24 परगना जिले में पेड़ उखड़ने से एक पुरुष और एक महिला की मौत हो गई, वहीं हावड़ा में इसी तरह की एक घटना में 13 वर्षीय लड़की की मौत हो गई।
कोलकाताः ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में बुधवार को 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाले विकराल चक्रवाती तूफान अम्फान के कारण भारी तबाही हुई और कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। चक्रवात अपराह्न में करीब ढाई बजे पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश में हटिया द्वीप के बीच तट पर पहुंचा। चक्रवात के कारण तटीय क्षेत्रों में भारी तबाही हुई।
इस बीच बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 'बंगाल का इतना नुकसान हुआ है कि उसे शब्दों में नहीं बयान किया जा सकता। कम से कम 10 से 12 लोगों की मौत हुई है। नुकसान कितना हुआ इसका अंदाजा लगाने में अभी कुछ दिन लगेंगे।'
उन्होंने कहा, 'उत्तर और दक्षिण 24 परगना, हावड़ा, कोलकाता, पश्चिम मिदनापुर, पूर्वी मिदनापुर, यहां तक कि पुरुली बांकुरा जैसे जिले अम्फान से प्रभावित हैं। वास्तव में पूरा दक्षिण बंगाल प्रभावित हुआ है। हम हैरान हैं।' मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि नुकसान का आकलन करने में तीन से चार दिन लगेंगे।'
कोविद-19 की तुलना में एक बड़ी आपदा है अम्फान
ममता बनर्जी ने कहा, 'एक तरफ हम कोविद-19 के साथ लड़ रहे हैं, दूसरी तरफ लाखों प्रवासी वापस आ रहे हैं। यह सब चक्रवात है। मुझे लगता है कि यह (अम्फान) कोविद-19 की तुलना में एक बड़ी आपदा है। मैं अनुरोध करूंगी कि (केंद्र) कृपया राजनीति को भूल जाए और हमारे साथ काम करे और लोगों को बचाएं।' अम्फान की वजह से बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए वहीं कच्चे मकानों को भी खासा नुकसान हुआ। चक्रवात आने से पहले पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कम से कम 6.58 लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया था।
अम्फानः हवा की गति थी 160-170 किमी प्रति घंटे
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम बंगाल तट पर पहुचने के समय चक्रवात के केंद्र के पास हवा की गति 160-170 किमी प्रति घंटे थी। उत्तरी 24 परगना जिले में पेड़ उखड़ने से एक पुरुष और एक महिला की मौत हो गई, वहीं हावड़ा में इसी तरह की एक घटना में 13 वर्षीय लड़की की मौत हो गई। ओडिशा में अभी किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
एनडीआरएफ की ओडिशा में 20 टीमों को तैनात
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक एस एन प्रधान ने नयी दिल्ली में कहा कि ओडिशा में 20 टीमों को तैनात कर दिया गया है जबकि पश्चिम बंगाल में 19 यूनिट को तैनात किया गया है। ओडिशा में एनडीआरएफ की टीमों ने सड़कों को साफ करने का अभियान शुरू कर दिया है। वहीं पश्चिम बंगाल में तैनात टीमें लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही हैं। पश्चिम बंगाल में करीब पांच लाख लोगों को और ओडिशा में करीब 1.58 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
उत्तरी, दक्षिणी 24 परगना, पूर्वी मिदनापुर जिले जलमग्न
चक्रवात के कारण ओडिशा के पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, गंजम, भद्रक और बालासोर जिलों के कई इलाकों में तेज बारिश हुई। उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों में पांच मीटर तक का ज्वार उठा जिससे काफी दायरे में आने वाले क्षेत्र जलमग्न हो गए। पश्चिम बंगाल में आज तक तेज हवाएं और बारिश के जारी रहने का अनुमान है। असम और मेघालय में भी बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है। पश्चिम बंगाल में नदिया और मुर्शिदाबाद पार करने के बाद देर रात तक चक्रवाती तूफान के कमजोर होने की उम्मीद है। बाद में इसके कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।