'हमने भूला नहीं, हमने छोड़ा नहीं, गर्व इतना था कि...', पुलवामा हमले में शहीद जवानों को CRPF ऐसे किया याद
By पल्लवी कुमारी | Published: February 14, 2020 10:03 AM2020-02-14T10:03:32+5:302020-02-14T10:03:32+5:30
पुलवामा हमला एक साल: 14 फरवरी 2019 को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर 76 वीं बटालियन का काफिला गुजर रहा था। लेकिन सड़क के दूसरी तरफ से आकर जैश-ए- मोहम्मद के आतंकी की कार ने सीआरपीएफ जवानों के काफिले को टक्कर मारी और विस्फोट हुआ, जिसमें 40 जवान शहीद हुए।
पुलवामा हमले का आज एक साल हो गया है। आज ही के दिन 14 फरवरी 2019 को पुलवामा जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग एक बम विस्फोट हुआ था, जिसमें 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हो गए थे। इस दिन सीआरपीएफ (CRPF) ने भी अपने जवानों को याद करते हुए दो ट्वीट किए हैं। सीआरपीएफ ने ट्वीट करते हुए लिखा है, ''तुम्हारे शौर्य के गीत, कर्कश शोर में खोए नहीं। गर्व इतना था कि हम देर तक रोए नहीं।'' इस ट्वीट के साथ सीआरपीएफ ने शहीद हुए जवानों की तस्वीर भी शेयर की।
"तुम्हारे शौर्य के गीत, कर्कश शोर में खोये नहीं।
— 🇮🇳CRPF🇮🇳 (@crpfindia) February 13, 2020
गर्व इतना था कि हम देर तक रोये नहीं।"
WE DID NOT FORGET, WE DID NOT FORGIVE: We salute our brothers who sacrificed their lives in the service of the nation in Pulwama. Indebted, we stand with the families of our valiant martyrs. pic.twitter.com/GfzzLuTl7R
एक अन्य ट्वीट में सीआरपीएफ ने लिखा, ''हमने भूला नहीं, हमने छोड़ा नहीं, हम जवानों की शहादत को सलाम करते हैं। हम शहीद हुए जवानों के परिवारों के साथ कंधे से कंधा लगाकर खड़े हैं''
WE WILL NOT FORGET, WE WILL NOT FORGIVE:We salute our martyrs of Pulwama attack and stand with the families of our martyr brothers. This heinous attack will be avenged. pic.twitter.com/jRqKCcW7u8
— 🇮🇳CRPF🇮🇳 (@crpfindia) February 15, 2019
पुलवामा हमले में शहीद 40 सीआरपीएफ जवानों की याद में बना स्मारक
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद 40 सीआरपीएफ कर्मियों की याद में बनाए गए स्मारक का लेथपुरा कैंप में आज उद्घाटन किया जाएगा। सीआरपीएफ के अतिरिक्त महानिदेशक जुल्फिकार हसन ने गुरुवार को स्मारक स्थल का दौरा करने के बाद कहा, '' यह उन बहादुर जवानों को श्रद्धांजलि देने का तरीका है जिन्होंने हमले में अपनी जान गंवाई।’’ स्मारक में उन शहीद जवानों के नामों के साथ ही उनकी तस्वीरें भी होंगी। साथ ही केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का ध्येय वाक्य ‘‘सेवा और निष्ठा’’भी होगा।
यह स्मारक उस स्थान के पास सीआरपीएफ कैंप के अंदर बनाया गया है जहां जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी अदील अहमद डार ने विस्फोटकों से भरी कार सुरक्षा बलों के काफिले से टकरा दी थी। इस हमले में 40 कर्मियों की मौत हो गई थी। इस हमले के लगभग सभी षडयंत्रकारियों को मार गिराया गया है और जैश-ए-मोहम्मद का स्वयंभू प्रमुख कारी यासिर पिछले महीने मारा गया।
पुलवामा हमला और भारत की जवाबी कार्रवाई
14 फरवरी 2019 को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर 6 वीं बटालियन का काफिला गुजर रहा था। लेकिन सड़क के दूसरी तरफ से आकर जैश-ए- मोहम्मद के आतंकी की कार ने सीआरपीएफ जवानों के काफिले को टक्कर मारी और विस्फोट हुआ, जिसमें 40 जवान शहीद हुए। हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली। घटना को अंजाम जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी अदील अहमद डार ने दी थी। पुलवामा हमले के ठीक 12 दिन बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान स्थित बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद कै ठिकानों पर एयरस्ट्राइक किया था। भारतीय सेना ने दावा किया था कि 300 आतंकवादी मारे गए हैं।