कोविड के कारण राजद प्रमुख लालू यादव की रिहाई में हो सकती है देरी, वकीलों ने कोर्ट से बनाई दूरी, एक सप्ताह टला
By एस पी सिन्हा | Published: April 20, 2021 06:50 PM2021-04-20T18:50:23+5:302021-04-20T18:51:15+5:30
झारखंड उच्च न्यायालय ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को करोड़ों रुपये के चारा घोटाले में दुमका कोषागार से गबन के मामले में शनिवार को करीब चालीस माह बाद जमानत दे दी थी.
रांचीः कोरोना के कहर से मचे हाहाकार का असर अब राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की रिहाई पर भी पड़ा है. कोरोना के कारण लालू प्रसाद यादव की रिहाई का मामला सप्ताह भर बाद ही हो सकेगी.
उनकी रिहाई को 7 दिनों के लिए टाल दिया गया है और उन्हें अभी 1 सप्ताह और इंतजार करना होगा. इस बात की जानकारी खुद लालू के वकील प्रभात कुमार ने दी है. दरअसल, कोरोना संक्रमण को लेकर झारखंड बार काउंसिल ने फैसला लिया है कि अगले 7 दिनों तक कोर्ट में किसी तरह का कार्य में एडवोकेट हिस्सा नहीं लेंगे, ऐसे में बार काउंसिल के फैसले के बाद कानूनी प्रक्रिया अवरुद्ध हो गई है.
वकील प्रभात कुमार के मुताबिक अब 26 अप्रैल को लालू प्रसाद यादव की रिहाई के लिए बेल बांड भरा जाएगा. उन्होंने बताया कि झारखंड बार एसोसिएशन के सभी वकीलों ने कोरोना के कारण काम बंद कर दिया है, जो इस पूरे सप्ताह तक जारी रहेगा. ऐसे में अब उनके जमानत से जुड़ा बांड अगले सप्ताह सोमवार को ही भरा जा सकेगा.
माना जा रहा है कि बांड भरने के बाद ही 24 घंटे में उनकी रिहाई संभव हो सकेगी. यहां बता दें कि रांची हाईकोर्ट ने दुमका कोषागार घोटाले में सुनवाई करते हुए बीते शनिवार को लालू की जमानत को मंजूर कर लिया था, जिसके बात अनुमान लगाया जा रहा थी कि आज उन्हें अधिकारिक रूप से रिहा किया जा सकता है.
लालू प्रसाद यादव फिलहाल नई दिल्ली एम्स में अपना इलाज करा रहे हैं. वैसे लालू प्रसाद यादव को जमानत मिलने के बावजूद तेजस्वी यादव ने उनके स्वास्थ्य का हवाला देते हुए उन्हें एम्स में ही रखने का फैसला लिया है.