कोविड-19 महामारीः अनाथ बच्चों को हर माह मिलेंगे 4000 रुपये, मोदी सरकार बना रही योजना
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 14, 2021 08:34 PM2021-09-14T20:34:42+5:302021-09-14T20:36:15+5:30
Coronavirus India News Latest Update: केंद्र सरकार कोविड-19 की वजह से अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को दी जाने वाली मासिक वित्तीय सहायता को 2,000 रुपये से बढ़ाकर 4,000 रुपये करने की योजना बना रही है।
Coronavirus India News Latest Update: केंद्र सरकार कोविड के कारण अनाथ बच्चों को दिए जाने वाले मासिक वजीफे को 2,000 रुपये से बढ़ाकर 4,000 रुपये करने पर विचार कर रहा है।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने वजीफा बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है और इसे जल्द ही केंद्रीय मंत्रिमंडल में पेश किया जाएगा। पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत भारत सरकार ऐसे सभी बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा सुनिश्चित करेगी और 23 साल की उम्र में उनके खाते में 10 लाख रुपये की एकमुश्त राशि जमा की जाएगी।
पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय को कोविड अनाथ बच्चों के 3250 अनुरोध प्राप्त हुए, जिनमें से 380 अनुरोधों को स्थानीय प्रशासन ने खारिज कर दिया है। हालांकि, अब तक 667 ऐसे अनुरोध स्वीकार किए जा चुके हैं।
अधिकारी ने बताया कि महिला और बाल विकास मंत्रालय ने प्रस्ताव दिया है कि महामारी से अपने माता-पिता को खोने वाले बच्चों को दिया जाने वाला मासिक सहायता 2,000 रुपये से बढ़ाकर 4,000 रुपये किया जाए।
सरकार ने मई में घोषणा की थी कि जिन बच्चों के माता-पिता या कानूनी अभिभावक/गोद लेने वाले माता-पिता कोविड-19 के कारण खो दिया है, उन्हें 'पीएम-केयर्स फॉर चिल्ड्रन' योजना के तहत सहायता दिया जाएगा। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अब तक इस योजना के तहत प्राप्त 3,250 आवेदनों में से कुल 667 को संबंधित जिलाधिकारियों द्वारा मंजूर किया गया है। आंकड़ों से यह भी पता चला कि अब तक 467 जिलों से आवेदन प्राप्त हुए हैं।