ओमीक्रॉन का खतरा! विदेश से भारत आने वाले यात्रियों के लिए एक दिसंबर से नई गाइडलाइन, जानें पूरी डिटेल
By विनीत कुमार | Published: November 28, 2021 10:11 PM2021-11-28T22:11:51+5:302021-11-28T22:13:43+5:30
भारत सरकार ने एक दिसंबर से विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए नियम सख्त कर दिए हैं। नई गाइडलाइन के मुताबिक विदेश से आ रहे यात्रियों को अब 14 दिन की यात्रा की डिटेल देनी होगी। आरटी-पीसीआर टेस्ट भी निगेटिव होना चाहिए।
नई दिल्ली: दुनिया भर में कोरोना के नए वेरिएंट 'ओमीक्रॉन' के बढ़ते खतरे के बीच भारत सरकार ने विदेश से आने वाले यात्रियों के लिए नई गाइडलाइन जारी कर दी है। इसके तहत अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को भारत आने पर पिछले 14 दिन की यात्रा की डिटेल देनी होगी। साथ ही कोविड की निगेटिव रिपोर्ट भी जमा करानी होगी।
कोरोना: विदेशी यात्रियों के लिए सख्त हुए नियम
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक विदेशी यात्रियों को ऑनलाइन एयर सुविधा पोर्टल पर एक स्व-घोषित फॉर्म जमा करना होगा और पिछले दो सप्ताह के यात्रा इतिहास को बताना होगा। उन्हें एक निगेटिव COVID-19 RT-PCR टेस्ट रिपोर्ट भी अपलोड करनी होगी जो यात्रा के 72 घंटों के भीतर का होना चाहिए।
इसके अलावा 12 सबसे जोखिम वाले देशों से आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट पर भी कोरोना की जांच करानी होगी। इसके बाद रिपोर्ट के लिए उन्हें एयरपोर्ट पर ही इंतजार करना होगा।
रिपोर्ट अगर निगेटिव आता है तो उन्हें सात दिन होम क्वारंटीन में रहना होगा। इसके बाद 8वें दिन फिर उनका टेस्ट होगा और फिर से रिपोर्ट निगेटिव आती है तो भी अगले सात दिन खुद की निगरानी करनी होगी।
बता दें कि भारत सरकार ने दक्षिण अफ्रीका सहित युनाइडेट किंगडम और यूरोपीय देशों के अलावा ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवाना, चीन, मॉरिसस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर, हॉन्ग-कॉन्ग और इजराइल को जोखिम वाले देशों की श्रेणी में रखा है। इन देशों में ओमीक्रॉन वेरिएंट के मामले आ चुके हैं।
उड़ान बहाली की समीक्षा का भी फैसला
ओमीक्रोन’ के कई देशों में फैलने से चिंता बढ़ने के बीच केंद्र ने रविवार को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की बहाली की समीक्षा करने का फैसला किया है। राज्य भी पाबंदियों को फिर सख्त करने लगे हैं। राज्यों ने विदेश और खासकर ‘जोखिम’ श्रेणी वाले देशों से आने वाले लोगों का पता लगाना शुरू कर दिया है।
बता दें कि दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर को कोविड के इस नए वेरिएंट के मिलने की खबर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को दी गयी थी। भारत में ओमीक्रॉन वेरिएंट का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। कर्नाटक में कोरोना वायरस से संक्रमित दो दक्षिण अफ्रीकी नागरिकों में वायरस का डेल्टा स्वरूप मिला है।