'कश्मीर में आंकड़ों के मुकाबले कहीं ज्यादा मौतें हुई हैं कोविड-19 से', डॉक्टर्स एसोसिएशन का दावा
By भाषा | Published: July 16, 2020 12:36 AM2020-07-16T00:36:37+5:302020-07-16T00:36:37+5:30
एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर निसार उल हसन ने कहा, ‘‘कश्मीर में कोविड-19 से होने वाली कई मौतों की सूचना नहीं दी जाती।’’ हसन ने कहा कि कोरोनो वायरस के लक्षणों वाले कई लोग इससे जुड़े कलंक और परिवार के सदस्यों को पृथकवास में भेजे जाने के डर से खुद का परीक्षण नहीं करवाते हैं।
श्रीनगर: डॉक्टर्स एसोसिएशन ऑफ कश्मीर ने बुधवार को दावा किया कि घाटी में कोरोना वायरस संक्रमण से जितनी मौत के आंकड़े दिखाए जा रहे हैं, असल में उसकी संख्या उससे कहीं ज्यादा है। एसोसिएशन ने दावा किया है कि कोविड-19 से मरने वालों का आधिकारिक आंकड़ा वास्तविकता से कम है और सही मौतों की सिर्फ झलक दिखाता है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर निसार उल हसन ने कहा, ‘‘कश्मीर में कोविड-19 से होने वाली कई मौतों की सूचना नहीं दी जाती।’’ हसन ने कहा कि कोरोनो वायरस के लक्षणों वाले कई लोग इससे जुड़े कलंक और परिवार के सदस्यों को पृथकवास में भेजे जाने के डर से खुद का परीक्षण नहीं करवाते हैं।
उन्होंने बताया, ‘‘सामाजिक कलंक लोगों को अपनी बीमारी छुपाने पर मजबूर कर रहा है और उन्हें इलाज से दूर रख रहा है।’’ हसन ने कहा कि लोगों में इस बात का भी डर है कि अगर उनकी मौत कोविड-19 से हुई तो उनका सम्मानजनक तरीके से अंतिम संस्कार भी नहीं होगा।
उन्होंने दावा किया, ‘‘इसके कारण लोग चुपचाप घर में ही मरना पसंद कर रहे हैं।’’ हसन ने कहा कि एक दिक्कत यह भी है कि लोगों को अब भी लग रहा है कि कोरोना वायरस मनगढ़ंत है और ऐसा कोई खतरा नहीं है।