कोविड-19 टीकाकरण अभियानः स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा-पहले दिन 165714 को लगी वैक्सीन, एक भी साइड इफेक्ट की सूचना नहीं

By एसके गुप्ता | Published: January 16, 2021 08:16 PM2021-01-16T20:16:20+5:302021-01-16T20:18:08+5:30

कई चिकित्सकों, नर्स और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को अस्पतालों में टीके दिये गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महामारी के खिलाफ दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत की।

covid-19 Vaccination Campaign Ministry of Health Vaccine on 165714 no side effects reported | कोविड-19 टीकाकरण अभियानः स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा-पहले दिन 165714 को लगी वैक्सीन, एक भी साइड इफेक्ट की सूचना नहीं

कोविड-19 टीकाकरण सत्रों के आयोजन में 16,755 कर्मचारी शामिल थे: केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय।

Highlightsपूरे भारत में 3,351 केन्द्रों पर कोविड-19 के टीके कोवैक्सीन और कोविशील्ड लगाये गए।कोविड-19 टीकाकरण अभियान पहले दिन सफलतापूर्वक आयोजित किया गया।टीकाकरण के बाद अस्पताल में भर्ती होने का कोई मामला अब तक सामने नहीं आया: सरकार।

नई दिल्लीः कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन का अभियान शुरू हो चुका है। पहले दिन देश में 165714 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है।

शनिवार शाम 6 बजे तक एक भी व्यक्ति को वैक्सीन के साइड इफेक्ट की सूचना नहीं मिली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी ने शनिवार शाम को प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन अभियान के दौरान पूरे देश में 3351 सत्रों का आयोजन किया गया। जिसमें 16755 लोगों की भागीदारी से अभियान चलाया गया।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी ने कहा कि रक्षा क्षेत्र से 2182 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। पहले दिन कुछ शिकायतें भी आईं। इनमें वैक्सीन लगवाने वाले लाभार्थियों का डेटा साइड पर देरी से उपलब्ध होना शामिल था। इसके अलावा जिनका वैक्सीनेशन हुआ उनमें से कुछ का शेड्यूल नहीं था। लेकिन शुरू के तीन करोड़ हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्कर का को-विन पर रजिस्ट्रेशन करने की जरूरत नहीं है। आंतरिक रजिस्ट्रेशन और राज्य सरकारों की सूची के अनुरूप ही लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है।

राष्ट्रव्यापी कोविड-19 टीकाकरण अभियान की यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन की मौजूदगी में शुरूआत होने के दौरान मनीष कुमार नाम के एक सफाईकर्मी को राष्ट्रीय राजधानी में पहला टीका लगाया गया।

एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया को भी टीका लगाया गया। इसके बाद नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने भी टीका लगवाया। मनीष कुमार अपनी मां लक्ष्मी के साथ एम्स में काम करते हैं। कुमार ने कहा कि वह बिल्कुल भी घबराये हुए नहीं थे और उन्हें ‘‘गर्व है कि उन्होंने टीका लगवाया।’’ हर्षवर्धन ने कहा कि दोनों टीके भारत बायोटेक के स्वदेश विकसित कोवैक्सीन और ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका के कोविशील्ड--इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में एक 'संजीवनी' हैं।

टीकाकरण अभियान की शुरुआत के बाद हर्षवर्धन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ये टीके महामारी के खिलाफ लड़ाई में हमारी 'संजीवनी' हैं। हमने पोलियो के खिलाफ लड़ाई जीती है और अब हम कोविड के खिलाफ युद्ध जीतने के निर्णायक चरण में पहुंच गए हैं। मैं इस अवसर पर अग्रिम मोर्चे के सभी कर्मियों को बधाई देता हूं।’’ वहीं, राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में एक सुरक्षा गार्ड को पहला टीका लगाया गया। उसे कोवैक्सीन लगाया गया। साथ ही, सफदरजंग अस्पताल में भी एक सुरक्षा गार्ड को पहला टीका लगाया गया।

कुछ राज्य जहां लोगों को लगी वैक्सीन :

राज्य – सत्र – वैक्सीन लगे लोगों की संख्या

महाराष्ट्र -285-15272

उत्तर प्रदेश -317 – 15975

आंध्र प्रदेश – 332 -16963

बिहार – 301 -16401

कर्नाटक – 242 -12637

गुजरात -161-8557

दिल्ली -81 -3403

गोवा -07 - 373

Web Title: covid-19 Vaccination Campaign Ministry of Health Vaccine on 165714 no side effects reported

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