COVID-19 से लड़ने के लिए सरकार तैयार, स्वच्छ भारत अभियान के तहत फिर से डिजायन किया स्वच्छता ऐप
By भाषा | Published: April 9, 2020 08:23 PM2020-04-09T20:23:33+5:302020-04-09T20:23:33+5:30
आवास एवं शहरी विकास मामलों के मंत्रालय ने स्थानीय नागरिक सुविधाओं से संबंधित शिकायतों और सुझावों के लिए लोकप्रिय स्वच्छता एप को नये सिरे से डिजायन कर दोबारा लॉन्च किया है।
नई दिल्ली:कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण फैलने से रोकने के प्रयासों में स्थानीय निकायों या अन्य संबद्ध विभागों की लापरवाही सहित अन्य शिकायतें अब ऐप के जरिये की जा सकेंगी। आवास एवं शहरी विकास मामलों के मंत्रालय ने स्थानीय नागरिक सुविधाओं से संबंधित शिकायतों एवं सुझावों के लिये लोकप्रिय स्वच्छता एप को कोरोना वायरस संकट सामने आने के बाद नये सिरे से डिजायन कर दोबारा लॉन्च किया है। मंत्रालय द्वारा गुरुवार (9 अप्रैल) को जारी बयान के अनुसार, आवास एवं शहरी विकास सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत संचालित होने वाले स्वच्छता एप को उन्नत स्वरूप में लॉन्च किया।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि देश के शहरी क्षेत्रों में इस ऐप के अभी 1.7 करोड़ से अधिक उपयोगकर्ता हैं। नये फीचर के साथ शुरु किये गये इस ऐप में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के के प्रयासों को लेकर ऐसी शिकायतें की जा सकेंगी, जिनका निवारण करने की जिम्मेदारी स्थानीय निकायों की है। राज्य सरकारों के शहरी विकास मंत्रालय के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुये मिश्रा ने कहा कि कोरोना वायरस के संकट से निपटने में स्वच्छता इंतजामों को बेहतर बनाने की महत्वपूर्ण भूमिका को देखते हुये स्वच्छता ऐप को अपडेट कर उन्नत बनाया गया है।
उन्होंने सभी राज्यों से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि स्थानीय निकाय कोविड-19 (COVID-19) संबंधी शिकायतों का त्वरित निवारण करें। मिश्रा ने कहा कि इससे कोरोना वायरस संकट से निपटने में महत्वपूर्ण मदद मिलेगी। उल्लेखनीय है कि स्वच्छता एप के उपयोगकर्ता कोरोना वायरस संक्रमण के निवारण में मदद के लिये नौ प्रकार की सेवाओं का लाभ भी इस एप के जरिये उठा सकेंगे। इनमें स्थानीय निकाय से किसी स्थान को संक्रमण मुक्त करने के लिये फॉगिंग का अनुरोध करने से लेकर, किसी क्षेत्र से कचरा उठाने और कोरोना वायरस के संदिग्ध मामले की जानकारी तक दी जा सकती है।
इसके अलावा इस ऐप के जरिये लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने की शिकायत करने के अलावा जरूरतमंद लोगों को भोजन एवं आश्रय की सुविधा दिलाने, दवा मंगाने और किसी संक्रमित मरीज को अस्पताल पहुंचाने के लिए मदद मांगी जा सकती है। उन्होंने बताया कि शुरु में प्रयोग के तौर पर इस उन्नत एप को कुछ राज्यों में शुरु किया गया था। इसके शुरुआती परिणाम बेहतर मिलने पर अब इसे देशव्यापी स्तर पर शहरी क्षेत्रों में शुरु कर दिया गया है।