मोदी सरकार को स्थिति नियंत्रण में आने की उम्मीद, मंत्री समूह ने की देशभर में कोरोना वायरस को लेकर ताजा स्थिति की समीक्षा
By हरीश गुप्ता | Published: April 4, 2020 07:23 AM2020-04-04T07:23:52+5:302020-04-04T07:25:11+5:30
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाले समूह में गृहमंत्री अमित शाह, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान, सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सहित 11 मंत्रियों ने भाग लिया. जीओएम को बताया गया कि तबलीगी जमात के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने वाले 9000 लोगों की पहचान कर ली गई है और उन्हें आइसोलेट कर दिया गया है.
नई दिल्ली: कोविड-19 के मामलों में इजाफे और तबलीगी जमात के मरकज के कारण सामने आ रहे मामलों के बावजूद केंद्र सरकार को उम्मीद है कि स्थिति पर नियंत्रण हासिल कर लिया जाएगा. शुक्रवार शाम यहां मंत्रियों के समूह (जीओएम) की मैराथन बैठक में इस समस्या पर विस्तार से चर्चा की गई. 10 दिन बाद हुई जीओएम की दूसरी बैठक में सभी संबंधित मंत्रालयों से जुड़े मामलों को मंजूरी दी गई.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाले समूह में गृहमंत्री अमित शाह, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान, सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सहित 11 मंत्रियों ने भाग लिया. जीओएम को बताया गया कि तबलीगी जमात के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने वाले 9000 लोगों की पहचान कर ली गई है और उन्हें आइसोलेट कर दिया गया है.
इन लोगों के संपर्क में आए लोगों की पहचान का काम भी लगभग पूरा हो चुका है. 22 अन्य हॉट स्पॉट्स देशभर में फैले 22 हॉट स्पॉट्स पर भी चर्चा हुई, जिनमें मुंबई का धारावी और एक अन्य झुग्गी बस्ती भी शामिल है. कहीं से भी कोरोना के तेजी से फैलने की जानकारी नहीं मिली है. 66,000 कोविड टेस्ट में केवल 2500 के पॉजिटिव पाए जाने को सकारात्मक संकेत माना जा रहा है. यह 2 प्रतिशत से भी कम है. जीओएम ने सभी क्लस्टरों में 'एंटी-बॉडी रैपिड टेस्ट' को भी हरी झंडी दिखा दिए जाने के कारण स्थिति का खुलासा तीन-चार दिनों में हो जाएगा. सूत्रों ने बताया कि मंत्रियों ने कोरोना वायरस के मामले बढ़ने से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए उठाए गए कदमों एवं व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी.
साथ ही पर्याप्त मात्रा में आवश्यक वस्तुओं एवं दवा की आपूर्ति सुनिश्चित करने के कदमों के बारे में जानकारी दी गई. जीओएम ने संतोष जताया जीओएम ने इस बात पर संतोष जताया कि महाराष्ट्र, दिल्ली, केरल और अन्य राज्यों के सघन इलाकों में अभी तक कोविड-19 की संख्या बेकाबू नहीं हुई है. जीओएम में इस बात पर संतोष जताया गया कि सभी राज्य लॉकडाउन और तय दिशानिर्देशों का उल्लंघन कर रहे लोगों के साथ सख्ती से निपट रहे हैं. प्रधानमंत्री जहां स्थिति पर चौबीसों घंटे नजर रखे हुए हैं, मुख्यमंत्री, मंत्रीगण और सरकार के अन्य अमले भी पूरी कवायद में शामिल हैं.
उदाहरण के लिए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति भी राज्यपालों और उपराज्यपालों के साथ नियमित वीसी रख रहे हैं. अधिकारियों के 11 समूहों को तत्काल फैसले लेने का अधिकार दिया गया है. वस्तुस्थिति की जानकारी दी जीओएम को पर्सनल प्रोटेक्टिव किट्स (पीपीके), मास्क, ग्लव्ज, वेंटिलेटर आदि की उपलब्धि की वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया. 1.50 करोड़ पीपीके के ऑर्डर दिए जा चुके हैं और सोमवार तक 10 लाख का पहला बैच आ भी जाएगा.
रक्षा क्षेत्र ने बनाई पांच प्रयोगशालाएं
इस बीच एजेंसी के मुताबिक रक्षा मंत्रालय ने सशस्त्र बल अस्पतालों में कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच के लिए बनाए गए नेशनल ग्रिड के तहत पांच जांच प्रयोगशालाएं तैयार की हैं. इनमें आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल), दिल्ली, एयरफोर्स कमान अस्पताल बेंगलुरु, आर्म्ड फोर्सेस मेडिकल कालेज पुणे, कमान अस्पताल लखनऊ तथा कमान अस्पताल उधमपुर शामिल हैं. छह और अस्पतालों और सशस्त्र बलों के 51 अस्पतालों को भी अपग्रेड किया गया है. हवाई और नेवी सेवाएं भी तैयार अधिकारियों ने बताया कि अभी तक विमानों से देश के विभिन्न हिस्सों में 60 टन सामग्री पहुंचाया गई है. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में 21 हेलिकॉप्टर तैयार रखे गए हैं.